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فَمَا يُكَذِّبُكَ بَعْدُ بِالدِّيْنِۗ  ( التين: ٧ )

Then what
فَمَا
तो क्या(आमादा करता है)
causes you to deny
يُكَذِّبُكَ
झुठलाने पर तुझे
after (this)
بَعْدُ
बाद उसके
the judgment?
بِٱلدِّينِ
बदले (के दिन) को

Fama yukaththibuka ba'du bialddeeni (at-Tīn 95:7)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

अब इसके बाद क्या है, जो बदले के विषय में तुम्हें झुठलाए?

English Sahih:

So what yet causes you to deny the Recompense? ([95] At-Tin : 7)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

तो (ऐ रसूल) इन दलीलों के बाद तुमको (रोज़े) जज़ा के बारे में कौन झुठला सकता है