وَٱلتِّينِ
क़सम है इनजीर की
وَٱلزَّيْتُونِ
और ज़ैतून की
Waaltteeni waalzzaytooni
साक्षी है तीन और ज़ैतून
وَهَٰذَا
और इस
ٱلْبَلَدِ
शहर की
ٱلْأَمِينِ
अमन वाले की
Wahatha albaladi alameeni
और यह शान्तिपूर्ण भूमि (मक्का)
لَقَدْ
अलबत्ता तहक़ीक़
خَلَقْنَا
पैदा किया हमने
ٱلْإِنسَٰنَ
इन्सान को
فِىٓ
बेहतरीन साख़्त में
أَحْسَنِ
बेहतरीन साख़्त में
تَقْوِيمٍ
बेहतरीन साख़्त में
Laqad khalaqna alinsana fee ahsani taqweemin
निस्संदेह हमने मनुष्य को सर्वोत्तम संरचना के साथ पैदा किया
ثُمَّ
फिर
رَدَدْنَٰهُ
लौटा दिया हमने उसे
أَسْفَلَ
सबसे ज़्यादा निचला
سَٰفِلِينَ
निचलों से
Thumma radadnahu asfala safileena
फिर हमने उसे निकृष्टतम दशा की ओर लौटा दिया, जबकि वह स्वयं गिरनेवाला बना
إِلَّا
सिवाए
ٱلَّذِينَ
उनके जो
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए
وَعَمِلُوا۟
और उन्होंने असम किए
ٱلصَّٰلِحَٰتِ
नेक
فَلَهُمْ
तो उनके लिए
أَجْرٌ
अजर है
غَيْرُ
ना
مَمْنُونٍ
ख़त्म होने वाला
Illa allatheena amanoo wa'amiloo alssalihati falahum ajrun ghayru mamnoonin
सिवाय उन लोगों के जो ईमान लाए और जिन्होंने अच्छे कर्म किए, तो उनके लिए कभी न समाप्त होनेवाला बदला है
فَمَا
तो क्या(आमादा करता है)
يُكَذِّبُكَ
झुठलाने पर तुझे
بَعْدُ
बाद उसके
بِٱلدِّينِ
बदले (के दिन) को
Fama yukaththibuka ba'du bialddeeni
अब इसके बाद क्या है, जो बदले के विषय में तुम्हें झुठलाए?
أَلَيْسَ
क्या नहीं है
ٱللَّهُ
अल्लाह
بِأَحْكَمِ
बड़ा हाकिम
ٱلْحَٰكِمِينَ
सब हाकिमों से
Alaysa Allahu biahkami alhakimeena
क्या अल्लाह सब हाकिमों से बड़ा हाकिम नहीं हैं?
القرآن الكريم: | التين |
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आयत सजदा (سجدة): | - |
सूरा (latin): | At-Tin |
सूरा: | 95 |
कुल आयत: | 8 |
कुल शब्द: | 34 |
कुल वर्ण: | 150 |
रुकु: | 1 |
वर्गीकरण: | मक्कन सूरा |
Revelation Order: | 28 |
से शुरू आयत: | 6098 |