فَسَنُيَسِّرُهٗ لِلْعُسْرٰىۗ ( الليل: ١٠ )
Then We will ease him
فَسَنُيَسِّرُهُۥ
पस अनक़रीब हम आसानी देंगे उसे
towards [the] difficulty
لِلْعُسْرَىٰ
मुश्किल(रास्ते) की
Fasanuyassiruhu lil'usra (al-Layl 92:10)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
हम उसे सहज ढंग से उस चीज़ का पात्र बना देंगे, जो कठिन चीज़ (कष्ट-साध्य) है
English Sahih:
We will ease him toward difficulty. ([92] Al-Layl : 10)