وَٱلشَّمْسِ
क़सम है सूरज की
وَضُحَىٰهَا
और उसकी धूप की
Waalshshamsi waduhaha
साक्षी है सूर्य और उसकी प्रभा,
وَٱلْقَمَرِ
और चाँद की
إِذَا
जब
تَلَىٰهَا
वो उसके पीछे आऐ
Waalqamari itha talaha
और चन्द्रमा जबकि वह उनके पीछे आए,
وَٱلنَّهَارِ
और दिन की
إِذَا
जब
جَلَّىٰهَا
वो ज़ाहिर करे उसे
Waalnnahari itha jallaha
और दिन, जबकि वह उसे प्रकट कर दे,
وَٱلَّيْلِ
और रात की
إِذَا
जब
يَغْشَىٰهَا
वो ढाँप ले उसे
Waallayli itha yaghshaha
और रात, जबकि वह उसको ढाँक ले
وَٱلسَّمَآءِ
और आसमान की
وَمَا
और उसकी
بَنَىٰهَا
जिसने बनाया उसे
Waalssamai wama banaha
और आकाश और जैसा कुछ उसे उठाया,
وَٱلْأَرْضِ
और ज़मीन की
وَمَا
और उसकी
طَحَىٰهَا
जिसने बिछाया उसे
Waalardi wama tahaha
और धरती और जैसा कुछ उसे बिछाया
وَنَفْسٍ
और नफ़्स की
وَمَا
और उसकी
سَوَّىٰهَا
जिसने दुरुस्त किया उसे
Wanafsin wama sawwaha
और आत्मा और जैसा कुछ उसे सँवारा
فَأَلْهَمَهَا
पस उसने इलहाम की उसे
فُجُورَهَا
बदी उसकी
وَتَقْوَىٰهَا
और तक़्वा उसका
Faalhamaha fujooraha wataqwaha
फिर उसके दिल में डाली उसकी बुराई और उसकी परहेज़गारी
قَدْ
यक़ीनन
أَفْلَحَ
वो फ़लाह पा गया
مَن
जिसने
زَكَّىٰهَا
पाक किया उसे
Qad aflaha man zakkaha
सफल हो गया जिसने उसे विकसित किया
وَقَدْ
और यक़ीनन
خَابَ
वो नाकाम हुआ
مَن
जिसने
دَسَّىٰهَا
दबा दिया उसे
Waqad khaba man dassaha
और असफल हुआ जिसने उसे दबा दिया
القرآن الكريم: | الشمس |
---|---|
आयत सजदा (سجدة): | - |
सूरा (latin): | Asy-Syams |
सूरा: | 91 |
कुल आयत: | 15 |
कुल शब्द: | 54 |
कुल वर्ण: | 247 |
रुकु: | 1 |
वर्गीकरण: | मक्कन सूरा |
Revelation Order: | 26 |
से शुरू आयत: | 6043 |