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فَلْيَضْحَكُوْا قَلِيْلًا وَّلْيَبْكُوْا كَثِيْرًاۚ جَزَاۤءًۢ بِمَا كَانُوْا يَكْسِبُوْنَ   ( التوبة: ٨٢ )

So let them laugh
فَلْيَضْحَكُوا۟
पस चाहिए कि वो हँसें
a little
قَلِيلًا
बहुत थोड़ा
and let them weep
وَلْيَبْكُوا۟
और चाहिए कि वो रोऐं
much
كَثِيرًا
बहुत ज़्यादा
(as) a recompense
جَزَآءًۢ
बदला है
for what
بِمَا
बवजह उसके जो
they used to
كَانُوا۟
थे वो
earn
يَكْسِبُونَ
वो कमाई करते

Falyadhakoo qaleelan walyabkoo katheeran jazaan bima kanoo yaksiboona (at-Tawbah 9:82)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

अब चाहिए कि जो कुछ वे कमाते रहे है, उसके बदले में हँसे कम और रोएँ अधिक

English Sahih:

So let them laugh a little and [then] weep much as recompense for what they used to earn. ([9] At-Tawbah : 82)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

अगर वह कुछ समझें जो कुछ वह किया करते थे उसके बदले उन्हें चाहिए कि वह बहुत कम हॅसें और बहुत रोएँ