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وَمِمَّنْ
और उनमें से जो
حَوْلَكُم
तुम्हारे आस पास हैं
مِّنَ
देहातियों/बदवियों में से
ٱلْأَعْرَابِ
देहातियों/बदवियों में से
مُنَٰفِقُونَۖ
कुछ मुनाफ़िक़ हैं
وَمِنْ
और कुछ रहने वालों में से
أَهْلِ
और कुछ रहने वालों में से
ٱلْمَدِينَةِۖ
मदीना के
مَرَدُوا۟
जो अड़ गए हैं
عَلَى
मुनाफ़िक़त पर
ٱلنِّفَاقِ
मुनाफ़िक़त पर
لَا
नहीं तुम जानते उन्हें
تَعْلَمُهُمْۖ
नहीं तुम जानते उन्हें
نَحْنُ
हम
نَعْلَمُهُمْۚ
जानते हैं उन्हें
سَنُعَذِّبُهُم
अनक़रीब हम अज़ाब देंगे उन्हें
مَّرَّتَيْنِ
दो बार
ثُمَّ
फिर
يُرَدُّونَ
वो लौटाए जाऐंगे
إِلَىٰ
तरफ़ अज़ाब
عَذَابٍ
तरफ़ अज़ाब
عَظِيمٍ
बहुत बड़े के

Wamimman hawlakum mina ala'rabi munafiqoona wamin ahli almadeenati maradoo 'ala alnnifaqi la ta'lamuhum nahnu na'lamuhum sanu'aththibuhum marratayni thumma yuraddoona ila 'athabin 'atheemin

और तुम्हारे आस-पास के बद्दुनओं में और मदीनावालों में कुछ ऐसे कपटाचारी है जो कपट-नीति पर जमें हुए है। उनको तुम नहीं जानते, हम उन्हें भली-भाँति जानते है। शीघ्र ही हम उन्हें दो बार यातना देंगे। फिर वे एक बड़ी यातना की ओर लौटाए जाएँगे

Tafseer (तफ़सीर )

وَءَاخَرُونَ
और कुछ दूसरे
ٱعْتَرَفُوا۟
जिन्होंने ऐतराफ़ किया
بِذُنُوبِهِمْ
अपने गुनाहों का
خَلَطُوا۟
उन्होंने मिला दिए
عَمَلًا
कुछ अमल
صَٰلِحًا
नेक
وَءَاخَرَ
और दूसरे
سَيِّئًا
बुरे
عَسَى
उम्मीद है
ٱللَّهُ
अल्लाह
أَن
कि
يَتُوبَ
वो मेहरबान हो
عَلَيْهِمْۚ
उन पर
إِنَّ
बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह
غَفُورٌ
बहुत बख़्शने वाला है
رَّحِيمٌ
निहायत रहम करने वाला है

Waakharoona i'tarafoo bithunoobihim khalatoo 'amalan salihan waakhara sayyian 'asa Allahu an yatooba 'alayhim inna Allaha ghafoorun raheemun

और दूसरे कुछ लोग है जिन्होंने अपने गुनाहों का इक़रार किया। उन्होंने मिले-जुले कर्म किए, कुछ अच्छे और कुछ बुरे। आशा है कि अल्लाह की कृपा-स्पष्ट उनपर हो। निस्संदेह अल्लाह अत्यन्त क्षमाशील, दयावान है

Tafseer (तफ़सीर )

خُذْ
ले लीजिए
مِنْ
उनके मालों में से
أَمْوَٰلِهِمْ
उनके मालों में से
صَدَقَةً
सदक़ा
تُطَهِّرُهُمْ
आप पाक कीजिए उन्हें
وَتُزَكِّيهِم
और आप तज़किया कीजिए उनका
بِهَا
साथ उसके
وَصَلِّ
और दुआए रहमत कीजिए
عَلَيْهِمْۖ
उनके हक़ में
إِنَّ
बेशक
صَلَوٰتَكَ
दुआ आपकी
سَكَنٌ
सुकून का ज़रिया है
لَّهُمْۗ
उनके लिए
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
سَمِيعٌ
ख़ूब सुनने वाला है
عَلِيمٌ
ख़ूब जानने वाला है

Khuth min amwalihim sadaqatan tutahhiruhum watuzakkeehim biha wasalli 'alayhim inna salataka sakanun lahum waAllahu samee'un 'aleemun

तुम उनके माल में से दान लेकर उन्हें शुद्ध करो और उनके द्वारा उन (की आत्मा) को विकसित करो और उनके लिए दुआ करो। निस्संदेह तुम्हारी दुआ उनके लिए सर्वथा परितोष है। अल्लाह सब कुछ सुनता, जानता है

Tafseer (तफ़सीर )

أَلَمْ
क्या नहीं
يَعْلَمُوٓا۟
वो जानते
أَنَّ
बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह
هُوَ
वो ही
يَقْبَلُ
वो क़ुबूल करता है
ٱلتَّوْبَةَ
तौबा को
عَنْ
अपने बन्दों से
عِبَادِهِۦ
अपने बन्दों से
وَيَأْخُذُ
और वो ले लेता है
ٱلصَّدَقَٰتِ
सदक़ात
وَأَنَّ
और बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह
هُوَ
वो ही है
ٱلتَّوَّابُ
बहुत तौबा क़ुबूल करने वाला
ٱلرَّحِيمُ
निहायत रहम करने वाला

Alam ya'lamoo anna Allaha huwa yaqbalu alttawbata 'an 'ibadihi wayakhuthu alssadaqati waanna Allaha huwa alttawwabu alrraheemu

क्या वे जानते नहीं कि अल्लाह ही अपने बन्दों की तौबा क़बूल करता है और सदक़े लेता है और यह कि अल्लाह ही तौबा क़बूल करनेवाला, अत्यन्त दयावान है

Tafseer (तफ़सीर )

وَقُلِ
और कह दीजिए
ٱعْمَلُوا۟
अमल करो
فَسَيَرَى
पस अनक़रीब देखेगा
ٱللَّهُ
अल्लाह
عَمَلَكُمْ
अमल तुम्हारा
وَرَسُولُهُۥ
और रसूल उसका
وَٱلْمُؤْمِنُونَۖ
और अहले ईमान भी
وَسَتُرَدُّونَ
और अनक़रीब तुम लौटाए जाओगो
إِلَىٰ
तरफ़ जानने वाले
عَٰلِمِ
तरफ़ जानने वाले
ٱلْغَيْبِ
ग़ैब
وَٱلشَّهَٰدَةِ
और हाज़िर के
فَيُنَبِّئُكُم
फिर वो बताएगा तुम्हें
بِمَا
वो जो
كُنتُمْ
थे तुम
تَعْمَلُونَ
तुम अमल करते

Waquli i'maloo fasayara Allahu 'amalakum warasooluhu waalmuminoona wasaturaddoona ila 'alimi alghaybi waalshshahadati fayunabbiokum bima kuntum ta'maloona

कह दो, 'कर्म किए जाओ। अभी अल्लाह और उसका रसूल और ईमानवाले तुम्हारे कर्म को देखेंगे। फिर तुम उसकी ओर पलटोगे, जो छिपे और खुले को जानता है। फिर जो कुछ तम करते रहे हो, वह सब तुम्हें बता देगा।'

Tafseer (तफ़सीर )

وَءَاخَرُونَ
और कुछ दूसरे
مُرْجَوْنَ
जो मुअख़्ख़र रखे गए हैं
لِأَمْرِ
हुक्म के लिए
ٱللَّهِ
अल्लाह के
إِمَّا
ख़्वाह
يُعَذِّبُهُمْ
वो अज़ाब दे उन्हें
وَإِمَّا
और ख़्वाह
يَتُوبُ
वो मेहरबान हो
عَلَيْهِمْۗ
उन पर
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
عَلِيمٌ
ख़ूब इल्म वाला है
حَكِيمٌ
बहुत हिकमत वाला है

Waakharoona murjawna liamri Allahi imma yu'aththibuhum waimma yatoobu 'alayhim waAllahu 'aleemun hakeemun

और कुछ दूसरे लोग भी है जिनका मामला अल्लाह का हुक्म आने तक स्थगित है, चाहे वह उन्हें यातना दे या उनकी तौबा क़बूल करे। अल्लाह सर्वज्ञ, तत्वदर्शी है

Tafseer (तफ़सीर )

وَٱلَّذِينَ
और वो जिन्होंने
ٱتَّخَذُوا۟
बना ली
مَسْجِدًا
एक मस्जिद
ضِرَارًا
ज़रर पहुँचाने के लिए
وَكُفْرًا
और कुफ़्र के लिए
وَتَفْرِيقًۢا
और जुदाई डालने के लिए
بَيْنَ
दर्मियान ईमान वालों के
ٱلْمُؤْمِنِينَ
दर्मियान ईमान वालों के
وَإِرْصَادًا
और घात लगाने के लिए
لِّمَنْ
उस शख़्स के लिए जिसने
حَارَبَ
जंग की
ٱللَّهَ
अल्लाह से
وَرَسُولَهُۥ
और उसके रसूल से
مِن
इससे पहले
قَبْلُۚ
इससे पहले
وَلَيَحْلِفُنَّ
और अलबत्ता वो ज़रूर क़समें खाऐंगे
إِنْ
नहीं
أَرَدْنَآ
इरादा किया था हमने
إِلَّا
मगर
ٱلْحُسْنَىٰۖ
भलाई का
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
يَشْهَدُ
वो गवाही देता है
إِنَّهُمْ
बेशक वो
لَكَٰذِبُونَ
अलबत्ता झूठे हैं

Waallatheena ittakhathoo masjidan diraran wakufran watafreeqan bayna almumineena wairsadan liman haraba Allaha warasoolahu min qablu walayahlifunna in aradna illa alhusna waAllahu yashhadu innahum lakathiboona

और कुछ ऐसे लोग भी हैं , जिन्होंने मस्जिद बनाई इसलिए कि नुक़सान पहुँचाएँ और कुफ़्र करें और इसलिए कि ईमानवालों के बीच फूट डाले और उस व्यक्ति के घात लगाने का ठिकाना बनाएँ, जो इससे पहले अल्लाह और उसके रसूल से लड़ चुका है। वे निश्चय ही क़समें खाएँगे कि 'हमने तो बस अच्छा ही चाहा था।' किन्तु अल्लाह गवाही देता है कि वे बिलकुल झूठे है

Tafseer (तफ़सीर )

لَا
ना आप खड़े हों
تَقُمْ
ना आप खड़े हों
فِيهِ
उसमें
أَبَدًاۚ
कभी भी
لَّمَسْجِدٌ
अलबत्ता मस्जिद
أُسِّسَ
जिसकी बुनियाद रखी गई
عَلَى
तक़वा पर
ٱلتَّقْوَىٰ
तक़वा पर
مِنْ
पहले दिन से
أَوَّلِ
पहले दिन से
يَوْمٍ
पहले दिन से
أَحَقُّ
ज़्यादा हक़दार है
أَن
कि
تَقُومَ
आप खड़े हों
فِيهِۚ
उसमें
فِيهِ
उसमें
رِجَالٌ
कुछ लोग हैं
يُحِبُّونَ
जो पसंद करते हैं
أَن
कि
يَتَطَهَّرُوا۟ۚ
वो पाक साफ़ रहें
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
يُحِبُّ
वो पसंद करता है
ٱلْمُطَّهِّرِينَ
पाक साफ़ रहने वालों को

La taqum feehi abadan lamasjidun ossisa 'ala alttaqwa min awwali yawmin ahaqqu an taqooma feehi feehi rijalun yuhibboona an yatatahharoo waAllahu yuhibbu almuttahhireena

तुम कभी भी उसमें खड़े न होना। वह मस्जिद जिसकी आधारशिला पहले दिन ही से ईशपरायणता पर रखी गई है, वह इसकी ज़्यादा हक़दार है कि तुम उसमें खड़े हो। उसमें ऐसे लोग पाए जाते हैं, जो अच्छी तरह स्वच्छ रहना पसन्द करते है, और अल्लाह भी पाक-साफ़ रहनेवालों को पसन्द करता है

Tafseer (तफ़सीर )

أَفَمَنْ
क्या भला जिसने
أَسَّسَ
बुनियाद रखी
بُنْيَٰنَهُۥ
अपनी इमारत की
عَلَىٰ
तक़वा पर
تَقْوَىٰ
तक़वा पर
مِنَ
अल्लाह की तरफ़ से
ٱللَّهِ
अल्लाह की तरफ़ से
وَرِضْوَٰنٍ
और रज़ामंदी पर
خَيْرٌ
बेहतर है
أَم
या
مَّنْ
जिसने
أَسَّسَ
बुनियाद रखी
بُنْيَٰنَهُۥ
अपनी इमारत की
عَلَىٰ
एक किनारे पर
شَفَا
एक किनारे पर
جُرُفٍ
खाई
هَارٍ
गिरने वाली के
فَٱنْهَارَ
तो वो ले गिरी
بِهِۦ
उसे
فِى
आग में
نَارِ
आग में
جَهَنَّمَۗ
जहन्नम की
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
لَا
नहीं वो हिदायत देता
يَهْدِى
नहीं वो हिदायत देता
ٱلْقَوْمَ
उन लोगों को
ٱلظَّٰلِمِينَ
जो जालिम हैं

Afaman assasa bunyanahu 'ala taqwa mina Allahi waridwanin khayrun am man assasa bunyanahu 'ala shafa jurufin harin fainhara bihi fee nari jahannama waAllahu la yahdee alqawma alththalimeena

फिर क्या वह अच्छा है जिसने अपने भवन की आधारशिला अल्लाह के भय और उसकी ख़ुशी पर रखी है या वह, जिसने अपने भवन की आधारशिला किसी खाई के खोखले कगार पर रखी, जो गिरने को है। फिर वह उसे लेकर जहन्नम की आग में जा गिरा? अल्लाह तो अत्याचारी लोगों को सीधा मार्ग नहीं दिखाता

Tafseer (तफ़सीर )

لَا
हमेशा रहेगी
يَزَالُ
हमेशा रहेगी
بُنْيَٰنُهُمُ
इमारत उनकी
ٱلَّذِى
वो जो
بَنَوْا۟
उन्होंने बनाई
رِيبَةً
शक का सबब
فِى
उनके दिलों में
قُلُوبِهِمْ
उनके दिलों में
إِلَّآ
मगर
أَن
ये कि
تَقَطَّعَ
टुकड़े-टुकड़े हो जाऐं
قُلُوبُهُمْۗ
दिल उनके
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
عَلِيمٌ
ख़ूब जानने वाला है
حَكِيمٌ
बहुत हिकमत वाला है

La yazalu bunyanuhumu allathee banaw reebatan fee quloobihim illa an taqatta'a quloobuhum waAllahu 'aleemun hakeemun

उनका यह भवन जो उन्होंने बनाया है, सदैव उनके दिलों में खटक बनकर रहेगा। हाँ, यदि उनके दिल ही टुकड़े-टुकड़े हो जाएँ तो दूसरी बात है। अल्लाह तो सब कुछ जाननेवाला, अत्यन्त तत्वदर्शी है

Tafseer (तफ़सीर )