وَاِلَى السَّمَاۤءِ كَيْفَ رُفِعَتْۗ ( الغاشية: ١٨ )
And at
وَإِلَى
और तरफ़ आसमान के
the sky
ٱلسَّمَآءِ
और तरफ़ आसमान के
how
كَيْفَ
कैसे
it is raised?
رُفِعَتْ
वो बुलन्द किया गया
Waila alssamai kayfa rufi'at (al-Ghāšiyah 88:18)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और आकाश की ओर कि कैसा ऊँचा किया गया?
English Sahih:
And at the sky - how it is raised? ([88] Al-Ghashiyah : 18)