اِلَّا مَا شَاۤءَ اللّٰهُ ۗاِنَّهٗ يَعْلَمُ الْجَهْرَ وَمَا يَخْفٰىۗ ( الأعلى: ٧ )
Except
إِلَّا
मगर
what
مَا
जो
wills
شَآءَ
चाहे
Allah
ٱللَّهُۚ
अल्लाह
Indeed, He
إِنَّهُۥ
बेशक वो
knows
يَعْلَمُ
वो जानता है
the manifest
ٱلْجَهْرَ
ज़ाहिर को
and what
وَمَا
और उसको जो
is hidden
يَخْفَىٰ
पोशीदा है
Illa ma shaa Allahu innahu ya'lamu aljahra wama yakhfa (al-ʾAʿlā 87:7)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
बात यह है कि अल्लाह की इच्छा ही क्रियान्वित है। निश्चय ही वह जानता है खुले को भी और उसे भी जो छिपा रहे
English Sahih:
Except what Allah should will. Indeed, He knows what is declared and what is hidden. ([87] Al-A'la : 7)