وَذَكَرَ اسْمَ رَبِّهٖ فَصَلّٰىۗ ( الأعلى: ١٥ )
And remembers
وَذَكَرَ
और उसने ज़िक्र किया
(the) name
ٱسْمَ
नाम
(of) his Lord
رَبِّهِۦ
अपने रब का
and prays
فَصَلَّىٰ
फिर उसने नमाज़ पढ़ी
Wathakara isma rabbihi fasalla (al-ʾAʿlā 87:15)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और अपने रब के नाम का स्मरण किया, अतः नमाज़ अदा की
English Sahih:
And mentions the name of his Lord and prays. ([87] Al-A'la : 15)