وَإِذَا
और जब
ٱلْكَوَاكِبُ
सितारे
ٱنتَثَرَتْ
बिखर जाऐंगे
Waitha alkawakibu intatharat
और जबकि तारे बिखर जाएँगे
وَإِذَا
और जब
ٱلْبِحَارُ
समुन्दर
فُجِّرَتْ
फाड़ दिए जाऐंगे
Waitha albiharu fujjirat
और जबकि समुद्र बह पड़ेंगे
وَإِذَا
और जब
ٱلْقُبُورُ
क़ब्रें
بُعْثِرَتْ
खोल दी जाऐंगी
Waitha alqubooru bu'thirat
और जबकि क़बें उखेड़ दी जाएँगी
عَلِمَتْ
जान लेगा
نَفْسٌ
हर नफ़्स
مَّا
जो
قَدَّمَتْ
उसने आगे भेजा
وَأَخَّرَتْ
और जो उसने पीछे छोड़ा
'alimat nafsun ma qaddamat waakhkharat
तब हर व्यक्ति जान लेगा जिसे उसने प्राथमिकता दी और पीछे डाला
يَٰٓأَيُّهَا
ऐ
ٱلْإِنسَٰنُ
इन्सान
مَا
किस चीज़ ने
غَرَّكَ
धोके में डाला तुझे
بِرَبِّكَ
तेरे रब के बारे में
ٱلْكَرِيمِ
जो बहुत इज़्ज़त वाला है
Ya ayyuha alinsanu ma gharraka birabbika alkareemi
ऐ मनुष्य! किस चीज़ ने तुझे अपने उदार प्रभु के विषय में धोखे में डाल रखा हैं?
ٱلَّذِى
वो जिसने
خَلَقَكَ
पैदा किया तुझे
فَسَوَّىٰكَ
फिर उसने दुरुस्त किया तुझे
فَعَدَلَكَ
फिर उसने बराबर किया तुझे
Allathee khalaqaka fasawwaka fa'adalaka
जिसने तेरा प्रारूप बनाया, फिर नख-शिख से तुझे दुरुस्त किया और तुझे संतुलन प्रदान किया
فِىٓ
जिस सूरत में
أَىِّ
जिस सूरत में
صُورَةٍ
जिस सूरत में
مَّا
जो
شَآءَ
उसने चाहा
رَكَّبَكَ
उसने जोड़ दिया तुझे
Fee ayyi sooratin ma shaa rakkabaka
जिस रूप में चाहा उसने तुझे जोड़कर तैयार किया
كَلَّا
हरगिज़ नहीं
بَلْ
बल्कि
تُكَذِّبُونَ
तुम झुठलाते हो
بِٱلدِّينِ
बदले (के दिन ) को
Kalla bal tukaththiboona bialddeeni
कुछ नहीं, बल्कि तुम बदला दिए जाने का झुठलाते हो
وَإِنَّ
और बेशक
عَلَيْكُمْ
तुम पर
لَحَٰفِظِينَ
यक़ीनन निगरान हैं
Wainna 'alaykum lahafitheena
जबकि तुमपर निगरानी करनेवाले नियुक्त हैं
القرآن الكريم: | الإنفطار |
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आयत सजदा (سجدة): | - |
सूरा (latin): | Al-Infitar |
सूरा: | 82 |
कुल आयत: | 19 |
कुल शब्द: | 80 |
कुल वर्ण: | 327 |
रुकु: | 1 |
वर्गीकरण: | मक्कन सूरा |
Revelation Order: | 82 |
से शुरू आयत: | 5829 |