وَالنّٰزِعٰتِ غَرْقًاۙ ( النازعات: ١ )
By those who extract
وَٱلنَّٰزِعَٰتِ
क़सम है (उन फ़रिश्तों की ) जो खींचने वाले हैं
violently
غَرْقًا
डूब कर
Waalnnazi'ati gharqan (an-Nāziʿāt 79:1)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
गवाह है वे (हवाएँ) जो ज़ोर से उखाड़ फैंके,
English Sahih:
By those [angels] who extract with violence ([79] An-Nazi'at : 1)