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اَلَمْ نَجْعَلِ الْاَرْضَ كِفَاتًاۙ  ( المرسلات: ٢٥ )

Have not
أَلَمْ
क्या नहीं
We made
نَجْعَلِ
हमने बनाया
the earth
ٱلْأَرْضَ
ज़मीन को
a receptacle
كِفَاتًا
समेटने वाली

Alam naj'ali alarda kifatan (al-Mursalāt 77:25)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

क्या ऐसा नहीं है कि हमने धरती को समेट रखनेवाली बनाया,

English Sahih:

Have We not made the earth a container ([77] Al-Mursalat : 25)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

क्या हमने ज़मीन को ज़िन्दों और मुर्दों को समेटने वाली नहीं बनाया