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نَحْنُ خَلَقْنٰهُمْ وَشَدَدْنَآ اَسْرَهُمْۚ وَاِذَا شِئْنَا بَدَّلْنَآ اَمْثَالَهُمْ تَبْدِيْلًا   ( الانسان: ٢٨ )

We
نَّحْنُ
हम ही ने
created them
خَلَقْنَٰهُمْ
पैदा किया हमने उन्हें
and We strengthened
وَشَدَدْنَآ
और मज़बूत किए हमने
their forms
أَسْرَهُمْۖ
जोड़ उनके
and when
وَإِذَا
और जब
We will
شِئْنَا
चाहें हम
We can change
بَدَّلْنَآ
बदल दें हम
their likeness[es]
أَمْثَٰلَهُمْ
उन जैसों को
(with) a change
تَبْدِيلًا
बदल देना

Nahnu khalaqnahum washadadna asrahum waitha shina baddalna amthalahum tabdeelan (al-ʾInsān 76:28)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

हमने उन्हें पैदा किया और उनके जोड़-बन्द मज़बूत किेए और हम जब चाहे उन जैसों को पूर्णतः बदल दें

English Sahih:

We have created them and strengthened their forms, and when We will, We can change their likenesses with [complete] alteration. ([76] Al-Insan : 28)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

हमने उनको पैदा किया और उनके आज़ा को मज़बूत बनाया और अगर हम चाहें तो उनके बदले उन्हीं के जैसे लोग ले आएँ