Hal ata 'ala alinsani heenun mina alddahri lam yakun shayan mathkooran
क्या मनुष्य पर काल-खंड का ऐसा समय भी बीता है कि वह कोई ऐसी चीज़ न था जिसका उल्लेख किया जाता?
Inna khalaqna alinsana min nutfatin amshajin nabtaleehi faja'alnahu samee'an baseeran
हमने मनुष्य को एक मिश्रित वीर्य से पैदा किया, उसे उलटते-पलटते रहे, फिर हमने उसे सुनने और देखनेवाला बना दिया
Inna hadaynahu alssabeela imma shakiran waimma kafooran
हमने उसे मार्ग दिखाया, अब चाहे वह कृतज्ञ बने या अकृतज्ञ
Inna a'tadna lilkafireena salasila waaghlalan wasa'eeran
हमने इनकार करनेवालों के लिए ज़जीरें और तौक़ और भड़कती हुई आग तैयार कर रखी है
Inna alabrara yashraboona min kasin kana mizajuha kafooran
निश्चय ही वफ़ादार लोग ऐसे जाम से पिएँगे जिसमें काफ़ूर का मिश्रण होगा,
'aynan yashrabu biha 'ibadu Allahi yufajjiroonaha tafjeeran
उस स्रोत का क्या कहना! जिस पर बैठकर अल्लाह के बन्दे पिएँगे, इस तरह कि उसे बहा-बहाकर (जहाँ चाहेंगे) ले जाएँगे
Yoofoona bialnnathri wayakhafoona yawman kana sharruhu mustateeran
वे नज़र (मन्नत) पूरी करते है और उस दिन से डरते है जिसकी आपदा व्यापक होगी,
Wayut'imona altta'ama 'ala hubbihi miskeenan wayateeman waaseeran
और वे मुहताज, अनाथ और क़ैदी को खाना उसकी चाहत रखते हुए खिलाते है,
Innama nut'imukum liwajhi Allahi la nureedu minkum jazaan wala shukooran
'हम तो केवल अल्लाह की प्रसन्नता के लिए तुम्हें खिलाते है, तुमसे न कोई बदला चाहते है और न कृतज्ञता ज्ञापन
Inna nakhafu min rabbina yawman 'aboosan qamtareeran
'हमें तो अपने रब की ओर से एक ऐसे दिन का भय है जो त्योरी पर बल डाले हुए अत्यन्त क्रूर होगा।'
القرآن الكريم: | الانسان |
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आयत सजदा (سجدة): | - |
सूरा (latin): | Al-Insan |
सूरा: | 76 |
कुल आयत: | 31 |
कुल शब्द: | 240 |
कुल वर्ण: | 1054 |
रुकु: | 2 |
वर्गीकरण: | मदीनन सूरा |
Revelation Order: | 98 |
से शुरू आयत: | 5591 |