Skip to main content

بَلْ يُرِيْدُ الْاِنْسَانُ لِيَفْجُرَ اَمَامَهٗۚ  ( القيامة: ٥ )

Nay!
بَلْ
बल्कि
Desires
يُرِيدُ
चाहता है
[the] man
ٱلْإِنسَٰنُ
इन्सान
to give (the) lie
لِيَفْجُرَ
कि वो गुनाह करता रहे
(to) what is before him
أَمَامَهُۥ
अपने आगे भी

Bal yureedu alinsanu liyafjura amamahu (al-Q̈iyamah 75:5)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

बल्कि मनुष्य चाहता है कि अपने आगे ढिठाई करता रहे

English Sahih:

But man desires to continue in sin. ([75] Al-Qiyamah : 5)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

मगर इन्सान तो ये जानता है कि अपने आगे भी (हमेशा) बुराई करता जाए