اَيَحْسَبُ الْاِنْسَانُ اَلَّنْ نَّجْمَعَ عِظَامَهٗ ۗ ( القيامة: ٣ )
Does think
أَيَحْسَبُ
क्या समझता है
[the] man
ٱلْإِنسَٰنُ
इन्सान
that not
أَلَّن
कि हरगिज़ नहीं
We will assemble
نَّجْمَعَ
हम जमा करेंगे
his bones?
عِظَامَهُۥ
उसकी हड्डियाँ
Ayahsabu alinsanu allan najma'a 'ithamahu (al-Q̈iyamah 75:3)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
क्या मनुष्य यह समझता है कि हम कदापि उसकी हड्डियों को एकत्र न करेंगे?
English Sahih:
Does man think that We will not assemble his bones? ([75] Al-Qiyamah : 3)