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اِلَّا مَنِ ارْتَضٰى مِنْ رَّسُوْلٍ فَاِنَّهٗ يَسْلُكُ مِنْۢ بَيْنِ يَدَيْهِ وَمِنْ خَلْفِهٖ رَصَدًاۙ  ( الجن: ٢٧ )

Except
إِلَّا
मगर
whom
مَنِ
जिसे
He has approved
ٱرْتَضَىٰ
वो पसंद करे
of
مِن
कोई रसूल
a Messenger
رَّسُولٍ
कोई रसूल
and indeed, He
فَإِنَّهُۥ
पस बेशक वो
makes to march
يَسْلُكُ
वो लगा देता है
from
مِنۢ
उसके आगे
before
بَيْنِ
उसके आगे
him
يَدَيْهِ
उसके आगे
and from
وَمِنْ
और उसके पीछे
behind him
خَلْفِهِۦ
और उसके पीछे
a guard
رَصَدًا
मुहाफ़िज़

Illa mani irtada min rasoolin fainnahu yasluku min bayni yadayhi wamin khalfihi rasadan (al-Jinn 72:27)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

सिवाय उस व्यक्ति के जिसे उसने रसूल की हैसियत से पसन्द कर लिया हो तो उसके आगे से और उसके पीछे से निगरानी की पूर्ण व्यवस्था कर देता है,

English Sahih:

Except whom He has approved of messengers, and indeed, He sends before him [i.e., each messenger] and behind him observers ([72] Al-Jinn : 27)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

मगर जिस पैग़म्बर को पसन्द फरमाए तो उसके आगे और पीछे निगेहबान फरिश्ते मुक़र्रर कर देता है