اِلَّا بَلٰغًا مِّنَ اللّٰهِ وَرِسٰلٰتِهٖۗ وَمَنْ يَّعْصِ اللّٰهَ وَرَسُوْلَهٗ فَاِنَّ لَهٗ نَارَ جَهَنَّمَ خٰلِدِيْنَ فِيْهَآ اَبَدًاۗ ( الجن: ٢٣ )
But
إِلَّا
मगर
(the) notification
بَلَٰغًا
पहुँचा देना है
from
مِّنَ
अल्लाह की तरफ़ से (हुक्म)
Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह की तरफ़ से (हुक्म)
and His Messages"
وَرِسَٰلَٰتِهِۦۚ
और उसके पैग़ामात
And whoever
وَمَن
और जो कोई
disobeys
يَعْصِ
नाफ़रमानी करेगा
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह की
and His Messenger
وَرَسُولَهُۥ
और उसके रसूल की
then indeed
فَإِنَّ
तो बेशक
for him
لَهُۥ
उसके लिए
(is the) Fire
نَارَ
आग है
(of) Hell
جَهَنَّمَ
जहन्नम की
(they will) abide
خَٰلِدِينَ
हमेशा रहने वाले हैं
therein
فِيهَآ
उसमें
forever
أَبَدًا
हमेशा-हमेशा
Illa balaghan mina Allahi warisalatihi waman ya'si Allaha warasoolahu fainna lahu nara jahannama khalideena feeha abadan (al-Jinn 72:23)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
'सिवाय अल्लाह की ओर से पहुँचने और उसके संदेश देने के। और जो कोई अल्लाह और उसके रसूल की अवज्ञा करेगा तो उसके लिए जहन्नम की आग है, जिसमें ऐसे लोग सदैव रहेंगे।'
English Sahih:
But [I have for you] only notification from Allah, and His messages." And whoever disobeys Allah and His Messenger – then indeed, for him is the fire of Hell; they will abide therein forever. ([72] Al-Jinn : 23)