لِّلسَّاۤىِٕلِ وَالْمَحْرُوْمِۖ ( المعارج: ٢٥ )
For the one who asks
لِّلسَّآئِلِ
वास्ते सवाली
and the deprived
وَٱلْمَحْرُومِ
और महरूम के
Lilssaili waalmahroomi (al-Maʿārij 70:25)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
माँगनेवालों और वंचित का एक ज्ञात और निश्चित हक़ होता है,
English Sahih:
For the petitioner and the deprived – ([70] Al-Ma'arij : 25)