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وَاَمْطَرْنَا عَلَيْهِمْ مَّطَرًاۗ فَانْظُرْ كَيْفَ كَانَ عَاقِبَةُ الْمُجْرِمِيْنَ ࣖ   ( الأعراف: ٨٤ )

And We showered
وَأَمْطَرْنَا
और बरसाई हमने
upon them
عَلَيْهِم
उन पर
a rain
مَّطَرًاۖ
एक बारिश
So see
فَٱنظُرْ
तो देखो
how
كَيْفَ
किस तरह
was
كَانَ
हुआ
(the) end
عَٰقِبَةُ
अंजाम
(of) the criminals
ٱلْمُجْرِمِينَ
मुजरिमों का

Waamtarna 'alayhim mataran faonthur kayfa kana 'aqibatu almujrimeena (al-ʾAʿrāf 7:84)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और हमने उनपर एक बरसात बरसाई, तो देखो अपराधियों का कैसा परिणाम हुआ

English Sahih:

And We rained upon them a rain [of stones]. Then see how was the end of the criminals. ([7] Al-A'raf : 84)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और हमने उन लोगों पर (पत्थर का) मेह बरसाया-पस ज़रा ग़ौर तो करो कि गुनाहगारों का अन्जाम आखिर क्या हुआ