قَالَ الْمَلَاُ الَّذِيْنَ كَفَرُوْا مِنْ قَوْمِهٖٓ اِنَّا لَنَرٰىكَ فِيْ سَفَاهَةٍ وَّاِنَّا لَنَظُنُّكَ مِنَ الْكٰذِبِيْنَ ( الأعراف: ٦٦ )
Said
قَالَ
कहा
the chiefs
ٱلْمَلَأُ
सरदारों ने
(of) those who
ٱلَّذِينَ
जिन्होंने
disbelieved
كَفَرُوا۟
कुफ़्र किया था
from
مِن
उसकी क़ौम में से
his people
قَوْمِهِۦٓ
उसकी क़ौम में से
"Indeed we
إِنَّا
बेशक हम
surely see you
لَنَرَىٰكَ
अलबत्ता हम देखते हैं तुझे
in
فِى
बेवक़ूफी में
foolishness
سَفَاهَةٍ
बेवक़ूफी में
and indeed we
وَإِنَّا
और बेशक हम
[we] think you
لَنَظُنُّكَ
अलबत्ता हम गुमान करते हैं तुझे
(are) of
مِنَ
झूठों में से
the liars"
ٱلْكَٰذِبِينَ
झूठों में से
Qala almalao allatheena kafaroo min qawmihi inna lanaraka fee safahatin wainna lanathunnuka mina alkathibeena (al-ʾAʿrāf 7:66)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
उसकी क़ौम के इनकार करनेवाले सरदारों ने कहा, 'वास्तव में, हम तो देखते है कि तुम बुद्धिहीनता में ग्रस्त हो और हम तो तुम्हें झूठा समझते है।'
English Sahih:
Said the eminent ones who disbelieved among his people, "Indeed, we see you in foolishness, and indeed, we think you are of the liars." ([7] Al-A'raf : 66)