اَلَّذِيْنَ يَصُدُّوْنَ عَنْ سَبِيْلِ اللّٰهِ وَيَبْغُوْنَهَا عِوَجًاۚ وَهُمْ بِالْاٰخِرَةِ كٰفِرُوْنَۘ ( الأعراف: ٤٥ )
Those who
ٱلَّذِينَ
वो जो
hinder
يَصُدُّونَ
रोकते थे
from
عَن
अल्लाह के रास्ते से
(the) way
سَبِيلِ
अल्लाह के रास्ते से
(of) Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह के रास्ते से
and seek in it
وَيَبْغُونَهَا
और वो तलाश करते थे उसमें
crookedness
عِوَجًا
टेढ़ापन
while they (are)
وَهُم
और वो
concerning the Hereafter
بِٱلْءَاخِرَةِ
आख़िरत का
disbelievers"
كَٰفِرُونَ
इन्कार करने वाले थे
Allatheena yasuddoona 'an sabeeli Allahi wayabghoonaha 'iwajan wahum bialakhirati kafiroona (al-ʾAʿrāf 7:45)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
जो अल्लाह के मार्ग से रोकते और उसे टेढ़ा करना चाहते है और जो आख़िरत का इनकार करते है,
English Sahih:
Who averted [people] from the way of Allah and sought to make it [seem] deviant while they were, concerning the Hereafter, disbelievers." ([7] Al-A'raf : 45)