اِنَّ الَّذِيْنَ عِنْدَ رَبِّكَ لَا يَسْتَكْبِرُوْنَ عَنْ عِبَادَتِهٖ وَيُسَبِّحُوْنَهٗ وَلَهٗ يَسْجُدُوْنَ ࣖ ۩ ( الأعراف: ٢٠٦ )
Indeed
إِنَّ
बेशक
those who
ٱلَّذِينَ
वो (फ़रिश्ते ) जो
(are) near
عِندَ
आपके रब के पास हैं
your Lord
رَبِّكَ
आपके रब के पास हैं
not
لَا
नहीं वो तकब्बुर करते
(do) they turn away in pride
يَسْتَكْبِرُونَ
नहीं वो तकब्बुर करते
from
عَنْ
उसकी इबादत से
His worship
عِبَادَتِهِۦ
उसकी इबादत से
And they glorify Him
وَيُسَبِّحُونَهُۥ
और वो तस्बीह करते हैं उसकी
and to Him
وَلَهُۥ
और उसी को
they prostrate
يَسْجُدُونَ۩
वो सजदा करते हैं
Inna allatheena 'inda rabbika la yastakbiroona 'an 'ibadatihi wayusabbihoonahu walahu yasjudoona (al-ʾAʿrāf 7:206)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
निस्संदेह जो तुम्हारे रब के पास है, वे उसकी बन्दगी के मुक़ाबले में अहंकार की नीति नहीं अपनाते; वे तो उसकी तसबीह (महिमागान) करते है और उसी को सजदा करते है
English Sahih:
Indeed, those who are near your Lord [i.e., the angels] are not prevented by arrogance from His worship, and they exalt Him, and to Him they prostrate. ([7] Al-A'raf : 206)