مَنْ يُّضْلِلِ اللّٰهُ فَلَا هَادِيَ لَهٗ ۖوَيَذَرُهُمْ فِيْ طُغْيَانِهِمْ يَعْمَهُوْنَ ( الأعراف: ١٨٦ )
Whoever
مَن
जिसे
(is) let go astray
يُضْلِلِ
भटका देता है
(by) Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह
then (there is) no
فَلَا
पस नहीं
guide
هَادِىَ
कोई हिदायत देने वाला
for him
لَهُۥۚ
उसे
And He leaves them
وَيَذَرُهُمْ
और वो छोड़ देता है उन्हें
in
فِى
उनकी सरकशी में
their transgression
طُغْيَٰنِهِمْ
उनकी सरकशी में
wandering blindly
يَعْمَهُونَ
वो सरगरदाँ फिरते हैं
Man yudlili Allahu fala hadiya lahu wayatharuhum fee tughyanihim ya'mahoona (al-ʾAʿrāf 7:186)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
जिसे अल्लाह मार्ग से वंचित रखे उसके लिए कोई मार्गदर्शक नहीं। वह तो तो उन्हें उनकी सरकशी ही में भटकता हुआ छोड़ रहा है
English Sahih:
Whoever Allah sends astray – there is no guide for him. And He leaves them in their transgression, wandering blindly. ([7] Al-A'raf : 186)