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مَنْ يَّهْدِ اللّٰهُ فَهُوَ الْمُهْتَدِيْۚ وَمَنْ يُّضْلِلْ فَاُولٰۤىِٕكَ هُمُ الْخٰسِرُوْنَ  ( الأعراف: ١٧٨ )

Whoever
مَن
जिसे
(is) guided
يَهْدِ
हिदायत बख़्शे
(by) Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह
then he
فَهُوَ
पस वो ही
(is) the guided one
ٱلْمُهْتَدِىۖ
हिदायत पाने वाला है
while whoever
وَمَن
और जिसे
He lets go astray
يُضْلِلْ
वो भटका दे
then those
فَأُو۟لَٰٓئِكَ
पस यही लोग हैं
[they]
هُمُ
वो
(are) the losers
ٱلْخَٰسِرُونَ
जो ख़सारा पाने वाले हैं

Man yahdi Allahu fahuwa almuhtadee waman yudlil faolaika humu alkhasiroona (al-ʾAʿrāf 7:178)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

जिसे अल्लाह मार्ग दिखाए वही सीधा मार्ग पानेवाला है और जिसे वह मार्ग से वंचित रखे, तो ऐसे ही लोग घाटे में पड़नेवाले हैं

English Sahih:

Whoever Allah guides – he is the [rightly] guided; and whoever He sends astray – it is those who are the losers. ([7] Al-A'raf : 178)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

राह पर बस वही शख़्श है जिसकी ख़ुदा हिदायत करे और जिनको गुमराही में छोड़ दे तो वही लोग घाटे में हैं