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قَالَ رَبِّ اغْفِرْ لِيْ وَلِاَخِيْ وَاَدْخِلْنَا فِيْ رَحْمَتِكَ ۖوَاَنْتَ اَرْحَمُ الرّٰحِمِيْنَ ࣖ   ( الأعراف: ١٥١ )

He said
قَالَ
कहा
"O my Lord!
رَبِّ
ऐ मेरे रब
Forgive
ٱغْفِرْ
बख़्श दे
me
لِى
मुझे
and my brother
وَلِأَخِى
और मेरे भाई को
and admit us
وَأَدْخِلْنَا
और दाख़िल कर हमें
into
فِى
अपनी रहमत में
Your Mercy
رَحْمَتِكَۖ
अपनी रहमत में
for You
وَأَنتَ
और तू
(are) the Most Merciful
أَرْحَمُ
सबसे ज़्यादा रहम वाला है
(of) the merciful"
ٱلرَّٰحِمِينَ
सब रहम करने वालों से

Qala rabbi ighfir lee waliakhee waadkhilna fee rahmatika waanta arhamu alrrahimeena (al-ʾAʿrāf 7:151)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

उसने कहा, 'मेरे रब! मुझे और मेरे भाई को क्षमा कर दे और हमें अपनी दयालुता में दाख़िल कर ले। तू तो सबसे बढ़कर दयावान हैं।'

English Sahih:

[Moses] said, "My Lord, forgive me and my brother and admit us into Your mercy, for You are the most merciful of the merciful." ([7] Al-A'raf : 151)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

तब) मूसा ने कहा ऐ मेरे परवरदिगार मुझे और मेरे भाई को बख्श दे और हमें अपनी रहमत में दाख़िल कर और तू सबसे बढ़के रहम करने वाला है