وَقَالُوْا مَهْمَا تَأْتِنَا بِهٖ مِنْ اٰيَةٍ لِّتَسْحَرَنَا بِهَاۙ فَمَا نَحْنُ لَكَ بِمُؤْمِنِيْنَ ( الأعراف: ١٣٢ )
And they said
وَقَالُوا۟
और उन्होंने कहा
"Whatever
مَهْمَا
जो भी
you bring us
تَأْتِنَا
तू लाएगा हमारे पास
therewith
بِهِۦ
तू लाएगा हमारे पास
of
مِنْ
कोई निशानी
(the) sign
ءَايَةٍ
कोई निशानी
so that you bewitch us
لِّتَسْحَرَنَا
कि तू मसहूर कर दे हमें
with it
بِهَا
साथ उसके
then not
فَمَا
तो नहीं
we
نَحْنُ
हम
(will be) in you
لَكَ
तुझ पर
believers"
بِمُؤْمِنِينَ
ईमान लाने वाले
Waqaloo mahma tatina bihi min ayatin litasharana biha fama nahnu laka bimumineena (al-ʾAʿrāf 7:132)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
वे बोले, 'तू हमपर जादू करने के लिए चाहे कोई भी निशानी हमारे पास ले आए, हम तुझपर ईमान लानेवाले नहीं।'
English Sahih:
And they said, "No matter what sign you bring us with which to bewitch us, we will not be believers in you." ([7] Al-A'raf : 132)