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وَلَقَدْ مَكَّنّٰكُمْ فِى الْاَرْضِ وَجَعَلْنَا لَكُمْ فِيْهَا مَعَايِشَۗ قَلِيْلًا مَّا تَشْكُرُوْنَ ࣖ   ( الأعراف: ١٠ )

And certainly
وَلَقَدْ
और अलबत्ता तहक़ीक़
We established you
مَكَّنَّٰكُمْ
ठिकाना दिया हमने तुम्हें
in
فِى
ज़मीन में
the earth
ٱلْأَرْضِ
ज़मीन में
and We made
وَجَعَلْنَا
और बनाए हमने
for you
لَكُمْ
तुम्हारे लिए
in it
فِيهَا
उसमें
livelihood
مَعَٰيِشَۗ
ज़िन्दगी के सामान
Little
قَلِيلًا
कितना कम
(is) what
مَّا
कितना कम
you (are) grateful
تَشْكُرُونَ
तुम शुक्र करते हो

Walaqad makkannakum fee alardi waja'alna lakum feeha ma'ayisha qaleelan ma tashkuroona (al-ʾAʿrāf 7:10)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और हमने धरती में तुम्हें अधिकार दिया और उसमें तुम्हारे लिए जीवन-सामग्री रखी। तुम कृतज्ञता थोड़े ही दिखाते हो

English Sahih:

And We have certainly established you upon the earth and made for you therein ways of livelihood. Little are you grateful. ([7] Al-A'raf : 10)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और (ऐ बनीआदम) हमने तो यक़ीनन तुमको ज़मीन में क़ुदरत व इख़तेदार दिया और उसमें तुम्हारे लिए असबाब ज़िन्दगी मुहय्या किए (मगर) तुम बहुत ही कम शुक्र करते हो