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يَٰبَنِىٓ
ऐ बनी आदम
ءَادَمَ
ऐ बनी आदम
خُذُوا۟
इख़्तियार करो
زِينَتَكُمْ
ज़ीनत अपनी
عِندَ
हर नमाज़ के वक़्त
كُلِّ
हर नमाज़ के वक़्त
مَسْجِدٍ
हर नमाज़ के वक़्त
وَكُلُوا۟
और खाओ
وَٱشْرَبُوا۟
और पियो
وَلَا
और ना
تُسْرِفُوٓا۟ۚ
तुम इसराफ़ करो
إِنَّهُۥ
बेशक वो
لَا
नहीं वो पसंद करता
يُحِبُّ
नहीं वो पसंद करता
ٱلْمُسْرِفِينَ
इसराफ़ करने वालों को

Ya banee adama khuthoo zeenatakum 'inda kulli masjidin wakuloo waishraboo wala tusrifoo innahu la yuhibbu almusrifeena

ऐ आदम की सन्तान! इबादत के प्रत्येक अवसर पर शोभा धारण करो; खाओ और पियो, परन्तु हद से आगे न बढ़ो। निश्चय ही, वह हद से आगे बदनेवालों को पसन्द नहीं करता

Tafseer (तफ़सीर )

قُلْ
कह दीजिए
مَنْ
किसने
حَرَّمَ
हराम की
زِينَةَ
ज़ीनत
ٱللَّهِ
अल्लाह की
ٱلَّتِىٓ
वो जो
أَخْرَجَ
उसने निकाली
لِعِبَادِهِۦ
अपने बन्दों के लिए
وَٱلطَّيِّبَٰتِ
और पाकीज़ा चीज़ें
مِنَ
रिज़्क़ में से
ٱلرِّزْقِۚ
रिज़्क़ में से
قُلْ
कह दीजिए
هِىَ
ये हैं
لِلَّذِينَ
उनके लिए जो
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए
فِى
दुनिया की ज़िन्दगी में
ٱلْحَيَوٰةِ
दुनिया की ज़िन्दगी में
ٱلدُّنْيَا
दुनिया की ज़िन्दगी में
خَالِصَةً
ख़ालिसतन (होंगी)
يَوْمَ
क़यामत के दिन
ٱلْقِيَٰمَةِۗ
क़यामत के दिन
كَذَٰلِكَ
इसी तरह
نُفَصِّلُ
हम खोल कर बयान करते है
ٱلْءَايَٰتِ
आयात
لِقَوْمٍ
उन लोगों के लिए
يَعْلَمُونَ
जो इल्म रखते हैं

Qul man harrama zeenata Allahi allatee akhraja li'ibadihi waalttayyibati mina alrrizqi qul hiya lillatheena amanoo fee alhayati alddunya khalisatan yawma alqiyamati kathalika nufassilu alayati liqawmin ya'lamoona

कहो, 'अल्लाह की उस शोभा को जिसे उसने अपने बन्दों के लिए उत्पन्न किया है औऱ आजीविका की पवित्र, अच्छी चीज़ो को किसने हराम कर दिया?' कह दो, 'यह सांसारिक जीवन में भी ईमानवालों के लिए हैं; क़ियामत के दिन तो ये केवल उन्हीं के लिए होंगी। इसी प्रकार हम आयतों को उन लोगों के लिए सविस्तार बयान करते है, जो जानना चाहे।'

Tafseer (तफ़सीर )

قُلْ
कह दीजिए
إِنَّمَا
बेशक
حَرَّمَ
हराम किया
رَبِّىَ
मेरे रब ने
ٱلْفَوَٰحِشَ
बेहयाई के कामों को
مَا
जो
ظَهَرَ
ज़ाहिरी हों
مِنْهَا
उनमें से
وَمَا
और जो
بَطَنَ
पोशीदा हों
وَٱلْإِثْمَ
और गुनाह को
وَٱلْبَغْىَ
और सरकशी को
بِغَيْرِ
बग़ैर
ٱلْحَقِّ
हक़ के
وَأَن
और ये कि
تُشْرِكُوا۟
तुम शरीक ठहराओ
بِٱللَّهِ
साथ अल्लाह के
مَا
जो
لَمْ
नहीं
يُنَزِّلْ
उसने उतारी
بِهِۦ
उसकी
سُلْطَٰنًا
कोई दलील
وَأَن
और ये कि
تَقُولُوا۟
तुम कहो
عَلَى
अल्लाह पर
ٱللَّهِ
अल्लाह पर
مَا
जो
لَا
नहीं तुम जानते
تَعْلَمُونَ
नहीं तुम जानते

Qul innama harrama rabbiya alfawahisha ma thahara minha wama batana waalithma waalbaghya bighayri alhaqqi waan tushrikoo biAllahi ma lam yunazzil bihi sultanan waan taqooloo 'ala Allahi ma la ta'lamoona

कह दो, 'मेरे रब ने केवल अश्लील कर्मों को हराम किया है - जो उनमें से प्रकट हो उन्हें भी और जो छिपे हो उन्हें भी - और हक़ मारना, नाहक़ ज़्यादती और इस बात को कि तुम अल्लाह का साझीदार ठहराओ, जिसके लिए उसने कोई प्रमाण नहीं उतारा और इस बात को भी कि तुम अल्लाह पर थोपकर ऐसी बात कहो जिसका तुम्हें ज्ञान न हो।'

Tafseer (तफ़सीर )

وَلِكُلِّ
और हर उम्मत के लिए
أُمَّةٍ
और हर उम्मत के लिए
أَجَلٌۖ
एक वक़्त मुक़र्रर है
فَإِذَا
फिर जब
جَآءَ
आ जाता है
أَجَلُهُمْ
मुक़र्रर वक़्त उनका
لَا
नहीं वो पीछे हो सकते
يَسْتَأْخِرُونَ
नहीं वो पीछे हो सकते
سَاعَةًۖ
एक घड़ी
وَلَا
और ना
يَسْتَقْدِمُونَ
वो आगे बढ़ सकते हैं

Walikulli ommatin ajalun faitha jaa ajaluhum la yastakhiroona sa'atan wala yastaqdimoona

प्रत्येक समुदाय के लिए एक नियत अवधि है। फिर जब उसका नियत समय आ जाता है, तो एक घड़ी भर न पीछे हट सकते है और न आगे बढ़ सकते है

Tafseer (तफ़सीर )

يَٰبَنِىٓ
ऐ बनी आदम
ءَادَمَ
ऐ बनी आदम
إِمَّا
अगर
يَأْتِيَنَّكُمْ
आ जाऐं तुम्हारे पास
رُسُلٌ
रसूल
مِّنكُمْ
तुम में से
يَقُصُّونَ
जो बयान करते हों
عَلَيْكُمْ
तुम पर
ءَايَٰتِىۙ
मेरी आयात
فَمَنِ
तो जो कोई
ٱتَّقَىٰ
तक़वा करे
وَأَصْلَحَ
और इस्लाह कर ले
فَلَا
तो ना
خَوْفٌ
कोई ख़ौफ़ होगा
عَلَيْهِمْ
उन पर
وَلَا
और ना
هُمْ
वो
يَحْزَنُونَ
वो ग़मगीन होंगे

Ya banee adama imma yatiyannakum rusulun minkum yaqussoona 'alaykum ayatee famani ittaqa waaslaha fala khawfun 'alayhim wala hum yahzanoona

ऐ आदम की सन्तान! यदि तुम्हारे पास तुम्हीं में से कोई रसूल आएँ; तुम्हें मेरी आयतें सुनाएँ, तो जिसने डर रखा और सुधार कर लिया तो ऐसे लोगों के लिए न कोई भय होगा और न वे शोकाकुल होंगे

Tafseer (तफ़सीर )

وَٱلَّذِينَ
और वो जिन्होंने
كَذَّبُوا۟
झुठलाया
بِـَٔايَٰتِنَا
हमारी आयात को
وَٱسْتَكْبَرُوا۟
और तकब्बुर किया
عَنْهَآ
उनसे
أُو۟لَٰٓئِكَ
यही लोग हैं
أَصْحَٰبُ
साथी
ٱلنَّارِۖ
आग के
هُمْ
वो
فِيهَا
उसमें
خَٰلِدُونَ
हमेशा रहने वाले हैं

Waallatheena kaththaboo biayatina waistakbaroo 'anha olaika ashabu alnnari hum feeha khalidoona

रहे वे लोग जिन्होंने हमारी आयतों को झुठलाया और उनके मुक़ाबले में अकड़ दिखाई; वही आगवाले हैं, जिसमें वे सदैव रहेंगे

Tafseer (तफ़सीर )

فَمَنْ
तो कौन
أَظْلَمُ
बड़ा ज़ालिम है
مِمَّنِ
उससे जो
ٱفْتَرَىٰ
गढ़ ले
عَلَى
अल्लाह पर
ٱللَّهِ
अल्लाह पर
كَذِبًا
झूठ
أَوْ
या
كَذَّبَ
वो झुठलाऐ
بِـَٔايَٰتِهِۦٓۚ
उसकी आयात को
أُو۟لَٰٓئِكَ
यही लोग हैं
يَنَالُهُمْ
पहुँचेगा उन्हें
نَصِيبُهُم
हिस्सा उनका
مِّنَ
लिखे हुए में से
ٱلْكِتَٰبِۖ
लिखे हुए में से
حَتَّىٰٓ
यहाँ तक कि
إِذَا
जब
جَآءَتْهُمْ
आ जाऐंगे उनके पास
رُسُلُنَا
भेजे हुए हमारे
يَتَوَفَّوْنَهُمْ
वो फ़ौत करेंगे उन्हें
قَالُوٓا۟
वो कहेंगे
أَيْنَ
कहाँ हैं
مَا
जिन्हें
كُنتُمْ
थे तुम
تَدْعُونَ
तुम पुकारते
مِن
सिवाय
دُونِ
सिवाय
ٱللَّهِۖ
अल्लाह के
قَالُوا۟
वो कहेंगे
ضَلُّوا۟
गुम हो गए
عَنَّا
हम से
وَشَهِدُوا۟
और वो गवाही देंगे
عَلَىٰٓ
अपने नफ़्सों पर
أَنفُسِهِمْ
अपने नफ़्सों पर
أَنَّهُمْ
कि बेशक वो
كَانُوا۟
थे वो
كَٰفِرِينَ
काफ़िर

Faman athlamu mimmani iftara 'ala Allahi kathiban aw kaththaba biayatihi olaika yanaluhum naseebuhum mina alkitabi hatta itha jaathum rusuluna yatawaffawnahum qaloo ayna ma kuntum tad'oona min dooni Allahi qaloo dalloo 'anna washahidoo 'ala anfusihim annahum kanoo kafireena

अब उससे बढ़कर अत्याचारी कौन है, जिसने अल्लाह पर मिथ्यारोपण किया या उसकी आयतों को झुठलाया? ऐसे लोगों को उनके लिए लिखा हुआ हिस्सा पहुँचता रहेगा, यहाँ तक कि जब हमारे भेजे हुए (फ़रिश्ते) उनके प्राण ग्रस्त करने के लिए उनके पास आएँगे तो कहेंगे, 'कहाँ हैं, वे जिन्हें तुम अल्लाह को छोड़कर पुकारते थे?' कहेंगे, 'वे तो हमसे गुम हो गए।' और वे स्वयं अपने विरुद्ध गवाही देंगे कि वास्तव में वे इनकार करनेवाले थे

Tafseer (तफ़सीर )

قَالَ
वो फ़रमाएगा
ٱدْخُلُوا۟
दाख़िल हो जाओ
فِىٓ
जमाअतों में
أُمَمٍ
जमाअतों में
قَدْ
तहक़ीक़
خَلَتْ
जो गुज़र चुकी हैं
مِن
तुम से पहले
قَبْلِكُم
तुम से पहले
مِّنَ
जिन्न व इन्स में से
ٱلْجِنِّ
जिन्न व इन्स में से
وَٱلْإِنسِ
जिन्न व इन्स में से
فِى
आग में
ٱلنَّارِۖ
आग में
كُلَّمَا
जब कभी
دَخَلَتْ
दाख़िल होगी
أُمَّةٌ
कोई जमाअत
لَّعَنَتْ
लानत करेगी
أُخْتَهَاۖ
अपनी बहन को
حَتَّىٰٓ
यहाँ तक कि
إِذَا
जब
ٱدَّارَكُوا۟
वो जमा हो जाऐंगे
فِيهَا
उसमें
جَمِيعًا
सबके सब
قَالَتْ
कहेगी
أُخْرَىٰهُمْ
पिछली उनकी
لِأُولَىٰهُمْ
अपनी पहली को
رَبَّنَا
ऐ हमारे रब
هَٰٓؤُلَآءِ
ये हैं वो लोग
أَضَلُّونَا
जिन्होंने गुमराह किया हमें
فَـَٔاتِهِمْ
पस दे इन्हें
عَذَابًا
अज़ाब
ضِعْفًا
दोगुना
مِّنَ
आग से
ٱلنَّارِۖ
आग से
قَالَ
वो फ़रमाएगा
لِكُلٍّ
हर एक के लिए
ضِعْفٌ
दोगुना है
وَلَٰكِن
और लेकिन
لَّا
नहीं तुम जानते
تَعْلَمُونَ
नहीं तुम जानते

Qala odkhuloo fee omamin qad khalat min qablikum mina aljinni waalinsi fee alnnari kullama dakhalat ommatun la'anat okhtaha hatta itha iddarakoo feeha jamee'an qalat okhrahum lioolahum rabbana haolai adalloona faatihim 'athaban di'fan mina alnnari qala likullin di'fun walakin la ta'lamoona

वह कहेगा, 'जिन्न और इनसान के जो गिरोह तुमसे पहले गुज़रे हैं, उन्हीं के साथ सम्मिलित होकर तुम भी आग में प्रवेश करो।' जब भी कोई जमाअत प्रवेश करेगी, तो वह अपनी बहन पर लानत करेगी, यहाँ तक कि जब सब उसमें रल-मिल जाएँगे तो उनमें से बाद में आनेवाले अपने से पहलेवाले के विषय में कहेंगे, 'हमारे रब! हमें इन्हीं लोगों ने गुमराह किया था; तो तू इन्हें आग की दोहरी यातना दे।' वह कहेगा, 'हरेक के लिए दोहरी ही है। किन्तु तुम नहीं जानते।'

Tafseer (तफ़सीर )

وَقَالَتْ
और कहेगी
أُولَىٰهُمْ
पहली उनकी
لِأُخْرَىٰهُمْ
उनकी पिछली को
فَمَا
पस ना
كَانَ
हुई
لَكُمْ
तुम्हारे लिए
عَلَيْنَا
हम पर
مِن
कोई फ़ज़ीलत
فَضْلٍ
कोई फ़ज़ीलत
فَذُوقُوا۟
पस चखो
ٱلْعَذَابَ
अज़ाब
بِمَا
बवजह उसके जो
كُنتُمْ
थे तुम
تَكْسِبُونَ
तुम कमाई करते

Waqalat oolahum liokhrahum fama kana lakum 'alayna min fadlin fathooqoo al'athaba bima kuntum taksiboona

और उनमें से पहले आनेवाले अपने से बाद में आनेवालों से कहेंगे, 'फिर हमारे मुक़ावाले में तुम्हें कोई श्रेष्ठता प्राप्त नहीं, तो जैसी कुछ कमाई तुम करते रहे हो, उसके बदले में तुम यातना का मज़ा चखो!'

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّ
बेशक
ٱلَّذِينَ
वो जिन्होंने
كَذَّبُوا۟
झुठलाया
بِـَٔايَٰتِنَا
हमारी आयात को
وَٱسْتَكْبَرُوا۟
और उन्होंने तकब्बुर किया
عَنْهَا
उनसे
لَا
नहीं खोले जाऐंगे
تُفَتَّحُ
नहीं खोले जाऐंगे
لَهُمْ
उनके लिए
أَبْوَٰبُ
दरवाज़े
ٱلسَّمَآءِ
आसमान के
وَلَا
और ना
يَدْخُلُونَ
वो दाख़िल होंगे
ٱلْجَنَّةَ
जन्नत में
حَتَّىٰ
यहाँ तक कि
يَلِجَ
दाख़िल हो जाए
ٱلْجَمَلُ
ऊँट
فِى
नाके में
سَمِّ
नाके में
ٱلْخِيَاطِۚ
सूई के
وَكَذَٰلِكَ
और इसी तरह
نَجْزِى
हम बदला देंगे
ٱلْمُجْرِمِينَ
मुजरिमों को

Inna allatheena kaththaboo biayatina waistakbaroo 'anha la tufattahu lahum abwabu alssamai wala yadkhuloona aljannata hatta yalija aljamalu fee sammi alkhiyati wakathalika najzee almujrimeena

जिन लोगों ने हमारी आयतों को झुठलाया और उनके मुक़ाबले में अकड़ दिखाई, उनके लिए आकाश के द्वार नहीं खोले जाएँगे और न वे जन्नत में प्रवेश करेंग जब तक कि ऊँट सुई के नाके में से न गुज़र जाए। हम अपराधियों को ऐसा ही बदला देते है

Tafseer (तफ़सीर )