Waqasamahuma innee lakuma lamina alnnasiheena
और उसने उन दोनों के आगे क़समें खाई कि 'निश्चय ही मैं तुम दोनों का हितैषी हूँ।'
Fadallahuma bighuroorin falamma thaqa alshshajarata badat lahuma sawatuhuma watafiqa yakhsifani 'alayhima min waraqi aljannati wanadahuma rabbuhuma alam anhakuma 'an tilkuma alshshajarati waaqul lakuma inna alshshaytana lakuma 'aduwwun mubeenun
इस प्रकार धोखा देकर उसने उन दोनों को झुका लिया। अन्ततः जब उन्होंने उस वृक्ष का स्वाद लिया, तो उनकी शर्मगाहे एक-दूसरे के सामने खुल गए और वे अपने ऊपर बाग़ के पत्ते जोड़-जोड़कर रखने लगे। तब उनके रब ने उन्हें पुकारा, 'क्या मैंने तुम दोनों को इस वृक्ष से रोका नहीं था और तुमसे कहा नहीं था कि शैतान तुम्हारा खुला शत्रु है?'
Qala rabbana thalamna anfusana wain lam taghfir lana watarhamna lanakoonanna mina alkhasireena
दोनों बोले, 'हमारे रब! हमने अपने आप पर अत्याचार किया। अब यदि तूने हमें क्षमा न किया और हम पर दया न दर्शाई, फिर तो हम घाटा उठानेवालों में से होंगे।'
Qala ihbitoo ba'dukum liba'din 'aduwwun walakum fee alardi mustaqarrun wamata'un ila heenin
कहा, 'उतर जाओ! तुम परस्पर एक-दूसरे के शत्रु हो और एक अवधि कर तुम्हारे लिए धरती में ठिकाना और जीवन-सामग्री है।'
Qala feeha tahyawna wafeeha tamootoona waminha tukhrajoona
कहा, 'वहीं तुम्हें जीना और वहीं तुम्हें मरना है और उसी में से तुमको निकाला जाएगा।'
Ya banee adama qad anzalna 'alaykum libasan yuwaree sawatikum wareeshan walibasu alttaqwa thalika khayrun thalika min ayati Allahi la'allahum yaththakkaroona
ऐ आदम की सन्तान! हमने तुम्हारे लिए वस्त्र उतारा है कि तुम्हारी शर्मगाहों को छुपाए और रक्षा और शोभा का साधन हो। और धर्मपरायणता का वस्त्र - वह तो सबसे उत्तम है, यह अल्लाह की निशानियों में से है, ताकि वे ध्यान दें
Ya banee adama la yaftinannakumu alshshaytanu kama akhraja abawaykum mina aljannati yanzi'u 'anhuma libasahuma liyuriyahuma sawatihima innahu yarakum huwa waqabeeluhu min haythu la tarawnahum inna ja'alna alshshayateena awliyaa lillatheena la yuminoona
ऐ आदम की सन्तान! कहीं शैतान तुम्हें बहकावे में न डाल दे, जिस प्रकार उसने तुम्हारे माँ-बाप को जन्नत से निकलवा दिया था; उनके वस्त्र उनपर से उतरवा दिए थे, ताकि उनकी शर्मगाहें एक-दूसरे के सामने खोल दे। निस्सदेह वह और उसका गिरोह उस स्थान से तुम्हें देखता है, जहाँ से तुम उन्हें नहीं देखते। हमने तो शैतानों को उन लोगों का मित्र बना दिया है, जो ईमान नहीं रखते
Waitha fa'aloo fahishatan qaloo wajadna 'alayha abaana waAllahu amarana biha qul inna Allaha la yamuru bialfahshai ataqooloona 'ala Allahi ma la ta'lamoona
और उनका हाल यह है कि जब वे लोग कोई अश्लील कर्म करते है तो कहते है कि 'हमने अपने बाप-दादा को इसी तरीक़े पर पाया है और अल्लाह ही ने हमें इसका आदेश दिया है।' कह दो, 'अल्लाह कभी अश्लील बातों का आदेश नहीं दिया करता। क्या अल्लाह पर थोपकर ऐसी बात कहते हो, जिसका तुम्हें ज्ञान नहीं?'
Qul amara rabbee bialqisti waaqeemoo wujoohakum 'inda kulli masjidin waod'oohu mukhliseena lahu alddeena kama badaakum ta'oodoona
कह दो, 'मेरे रब ने तो न्याय का आदेश दिया है और यह कि इबादत के प्रत्येक अवसर पर अपना रुख़ ठीक रखो और निरे उसी के भक्त एवं आज्ञाकारी बनकर उसे पुकारो। जैसे उसने तुम्हें पहली बार पैदा किया, वैसे ही तुम फिर पैदा होगे।'
Fareeqan hada wafareeqan haqqa 'alayhimu alddalalatu innahumu ittakhathoo alshshayateena awliyaa min dooni Allahi wayahsaboona annahum muhtadoona
एक गिरोह को उसने मार्ग दिखाया। परन्तु दूसरा गिरोह ऐसा है, जिसके लोगों पर गुमराही चिपककर रह गई। निश्चय ही उन्होंने अल्लाह को छोड़कर शैतानों को अपने मित्र बनाए और समझते यह है कि वे सीधे मार्ग पर हैं