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وَاَمَّا مَنْ اُوْتِيَ كِتٰبَهٗ بِشِمَالِهٖ ەۙ فَيَقُوْلُ يٰلَيْتَنِيْ لَمْ اُوْتَ كِتٰبِيَهْۚ  ( الحاقة: ٢٥ )

But as for
وَأَمَّا
और रहा
(him) who
مَنْ
वो जो
is given
أُوتِىَ
दिया गया
his record
كِتَٰبَهُۥ
किताब अपनी
in his left hand
بِشِمَالِهِۦ
अपने दाऐं हाथ में
will say
فَيَقُولُ
तो वो कहेगा
"O! I wish
يَٰلَيْتَنِى
ऐ काश कि मैं
not
لَمْ
ना
I had been given
أُوتَ
मैं दिया जाता
my record
كِتَٰبِيَهْ
किताब अपनी

Waamma man ootiya kitabahu bishimalihi fayaqoolu ya laytanee lam oota kitabiyah (al-Ḥāq̈q̈ah 69:25)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और रहा वह क्यक्ति जिसका कर्म-पत्र उसके बाएँ हाथ में दिया गया, वह कहेगा, 'काश, मेरा कर्म-पत्र मुझे न दिया जाता

English Sahih:

But as for he who is given his record in his left hand, he will say, "Oh, I wish I had not been given my record ([69] Al-Haqqah : 25)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और जिसका नामए आमाल उनके बाएँ हाथ में दिया जाएगा तो वह कहेगा ऐ काश मुझे मेरा नामए अमल न दिया जाता