فَهُوَ فِيْ عِيْشَةٍ رَّاضِيَةٍۚ ( الحاقة: ٢١ )
So he
فَهُوَ
तो वो
(will be) in
فِى
ज़िन्दगी में होगा
a life
عِيشَةٍ
ज़िन्दगी में होगा
pleasant
رَّاضِيَةٍ
दिल पसंद
Fahuwa fee 'eeshatin radiyatin (al-Ḥāq̈q̈ah 69:21)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
अतः वह सुख और आनन्दमय जीवन में होगा;
English Sahih:
So he will be in a pleasant life – ([69] Al-Haqqah : 21)