وَّحُمِلَتِ الْاَرْضُ وَالْجِبَالُ فَدُكَّتَا دَكَّةً وَّاحِدَةًۙ ( الحاقة: ١٤ )
And are lifted
وَحُمِلَتِ
और उठाई जाएगी
the earth
ٱلْأَرْضُ
ज़मीन
and the mountains
وَٱلْجِبَالُ
और पहाड़
and crushed
فَدُكَّتَا
तो दोनों रेज़ा-रेज़ा कर दिए जाऐंगे
(with) a crushing
دَكَّةً
रेज़ा-रेज़ा किए जाना
single
وَٰحِدَةً
एक ही बार
Wahumilati alardu waaljibalu fadukkata dakkatan wahidatan (al-Ḥāq̈q̈ah 69:14)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और धरती और पहाड़ों को उठाकर एक ही बार में चूर्ण-विचूर्ण कर दिया जाएगा
English Sahih:
And the earth and the mountains are lifted and leveled with one blow [i.e., stroke] – ([69] Al-Haqqah : 14)