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وَمَا هُوَ اِلَّا ذِكْرٌ لِّلْعٰلَمِيْنَ ࣖ   ( القلم: ٥٢ )

And not
وَمَا
और नहीं है
it (is)
هُوَ
वो
but
إِلَّا
मगर
a Reminder
ذِكْرٌ
एक नसीहत
to the worlds
لِّلْعَٰلَمِينَ
तमाम जहान वालों के लिए

Wama huwa illa thikrun lil'alameena (al-Q̈alam 68:52)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

हालाँकि वह सारे संसार के लिए एक अनुस्मृति है

English Sahih:

But it is not except a reminder to the worlds. ([68] Al-Qalam : 52)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और कहते हैं कि ये तो सिड़ी हैं और ये (क़ुरान) तो सारे जहाँन की नसीहत है