قُلْ هُوَ الرَّحْمٰنُ اٰمَنَّا بِهٖ وَعَلَيْهِ تَوَكَّلْنَاۚ فَسَتَعْلَمُوْنَ مَنْ هُوَ فِيْ ضَلٰلٍ مُّبِيْنٍ ( الملك: ٢٩ )
Say
قُلْ
कह दीजिए
"He
هُوَ
वो ही
(is) the Most Gracious;
ٱلرَّحْمَٰنُ
रहमान है
we believe
ءَامَنَّا
ईमान लाए हम
in Him
بِهِۦ
उस पर
and upon Him
وَعَلَيْهِ
और उसी पर
we put (our) trust
تَوَكَّلْنَاۖ
तवक्कुल किया हमने
So soon you will know
فَسَتَعْلَمُونَ
पस अनक़रीब तुम जान लोगे
who
مَنْ
कौन है
(is) it
هُوَ
जो
(that is) in
فِى
गुमराही में है
error
ضَلَٰلٍ
गुमराही में है
clear"
مُّبِينٍ
खुली-खुली
Qul huwa alrrahmanu amanna bihi wa'alayhi tawakkalna fasata'lamoona man huwa fee dalalin mubeenin (al-Mulk 67:29)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
कह दो, 'वह रहमान है। उसी पर हम ईमान लाए है और उसी पर हमने भरोसा किया। तो शीघ्र ही तुम्हें मालूम हो जाएगा कि खुली गुमराही में कौन पड़ा हुआ है।'
English Sahih:
Say, "He is the Most Merciful; we have believed in Him, and upon Him we have relied. And you will [come to] know who it is that is in clear error." ([67] Al-Mulk : 29)