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قُلْ هُوَ الَّذِيْٓ اَنْشَاَكُمْ وَجَعَلَ لَكُمُ السَّمْعَ وَالْاَبْصَارَ وَالْاَفْـِٕدَةَۗ قَلِيْلًا مَّا تَشْكُرُوْنَ   ( الملك: ٢٣ )

Say
قُلْ
कह दीजिए
"He
هُوَ
वो ही है
(is) the One Who
ٱلَّذِىٓ
जिसने
produced you
أَنشَأَكُمْ
पैदा किया तुम्हें
and made
وَجَعَلَ
और उसने बनाए
for you
لَكُمُ
तुम्हारे लिए
the hearing
ٱلسَّمْعَ
कान
and the vision
وَٱلْأَبْصَٰرَ
और आँखें
and the feelings
وَٱلْأَفْـِٔدَةَۖ
और दिल
Little
قَلِيلًا
कितना कम
(is) what
مَّا
कितना कम
you give thanks"
تَشْكُرُونَ
तुम शुक्र अदा करते हो

Qul huwa allathee anshaakum waja'ala lakumu alssam'a waalabsara waalafidata qaleelan ma tashkuroona (al-Mulk 67:23)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

कह दो, 'वही है जिसने तुम्हें पैदा किया और तुम्हारे लिए कान और आँखे और दिल बनाए। तुम कृतज्ञता थोड़े ही दिखाते हो।'

English Sahih:

Say, "It is He who has produced you and made for you hearing and vision and hearts [i.e., intellect]; little are you grateful." ([67] Al-Mulk : 23)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और तुम्हारे वास्ते कान और ऑंख और दिल बनाए (मगर) तुम तो बहुत कम शुक्र अदा करते हो