اَلَمْ يَأْتِكُمْ نَبَؤُا الَّذِيْنَ كَفَرُوْا مِنْ قَبْلُ ۖفَذَاقُوْا وَبَالَ اَمْرِهِمْ وَلَهُمْ عَذَابٌ اَلِيْمٌ ( التغابن: ٥ )
Has not
أَلَمْ
क्या नहीं
come to you
يَأْتِكُمْ
आई तुम्हारे पास
(the) news
نَبَؤُا۟
ख़बर
(of) those who
ٱلَّذِينَ
उनकी जिन्होंने
disbelieved
كَفَرُوا۟
कुफ़्र किया
from?
مِن
इससे पहले
before?
قَبْلُ
इससे पहले
So they tasted
فَذَاقُوا۟
फिर उन्होंने चखा
(the) bad consequence
وَبَالَ
वबाल
(of) their affair
أَمْرِهِمْ
अपने काम का
and for them
وَلَهُمْ
और उनके लिए है
(is) a punishment
عَذَابٌ
अज़ाब
painful
أَلِيمٌ
दर्दनाक
Alam yatikum nabao allatheena kafaroo min qablu fathaqoo wabala amrihim walahum 'athabun aleemun (at-Taghābun 64:5)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
क्या तुम्हें उन लोगों की ख़बर नहीं पहुँची जिन्होंने इससे पहले इनकार किया था, फिर उन्होंने अपने कर्म के वबाल का मज़ा चखा और उनके लिए एक दुखद यातना भी है
English Sahih:
Has there not come to you the news of those who disbelieved before? So they tasted the bad consequence of their affair, and they will have a painful punishment. ([64] At-Taghabun : 5)