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وَاُخْرٰى تُحِبُّوْنَهَاۗ نَصْرٌ مِّنَ اللّٰهِ وَفَتْحٌ قَرِيْبٌۗ وَبَشِّرِ الْمُؤْمِنِيْنَ   ( الصف: ١٣ )

And another
وَأُخْرَىٰ
और एक दूसरी चीज़
that you love -
تُحِبُّونَهَاۖ
तुम मुहब्बत रखते हो उससे
a help
نَصْرٌ
मदद
from
مِّنَ
अल्लाह की तरफ़ से
Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह की तरफ़ से
and a victory
وَفَتْحٌ
और फ़त्ह
near;
قَرِيبٌۗ
क़रीबी
and give glad tidings
وَبَشِّرِ
और ख़ुशख़बरी दे दीजिए
(to) the believers
ٱلْمُؤْمِنِينَ
मोमिनों को

Waokhra tuhibboonaha nasrun mina Allahi wafathun qarreebun wabashshiri almumineena (aṣ-Ṣaff 61:13)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और दूसरी चीज़ भी जो तुम्हें प्रिय है (प्रदान करेगा), 'अल्लाह की ओर से सहायता और निकट प्राप्त होनेवाली विजय,' ईमानवालों को शुभसूचना दे दो!

English Sahih:

And [you will obtain] another [favor] that you love – victory from Allah and an imminent conquest; and give good tidings to the believers. ([61] As-Saf : 13)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और एक चीज़ जिसके तुम दिल दादा हो (यानि तुमको) ख़ुदा की तरफ से मदद (मिलेगी और अनक़रीब फतेह (होगी) और (ऐ रसूल) मोमिनीन को ख़ुशख़बरी (इसकी) दे दो