لَقَدْ كَانَ لَكُمْ فِيْهِمْ اُسْوَةٌ حَسَنَةٌ لِّمَنْ كَانَ يَرْجُو اللّٰهَ وَالْيَوْمَ الْاٰخِرَۗ وَمَنْ يَّتَوَلَّ فَاِنَّ اللّٰهَ هُوَ الْغَنِيُّ الْحَمِيْدُ ࣖ ( الممتحنة: ٦ )
Certainly
لَقَدْ
अलबत्ता तहक़ीक़
(there) is
كَانَ
है
for you
لَكُمْ
तुम्हारे लिए
in them
فِيهِمْ
उनमें
an example
أُسْوَةٌ
नमूना
good
حَسَنَةٌ
अच्छा
for (he) who
لِّمَن
उसके लिए जो
is
كَانَ
हो वो
hopeful
يَرْجُوا۟
वो उम्मीद रखता
(in) Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह (से मुलाक़ात ) की
and the Day
وَٱلْيَوْمَ
और आख़िरी दिन की
the Last
ٱلْءَاخِرَۚ
और आख़िरी दिन की
And whoever
وَمَن
और जो कोई
turns away
يَتَوَلَّ
मुँह मोड़ जाए
then indeed
فَإِنَّ
तो बेशक
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह
He
هُوَ
वो ही है
(is) Free of need
ٱلْغَنِىُّ
बहुत बेनियाज़
the Praiseworthy
ٱلْحَمِيدُ
ख़ूब तारीफ़ वाला
Laqad kana lakum feehim oswatun hasanatun liman kana yarjoo Allaha waalyawma alakhira waman yatawalla fainna Allaha huwa alghanniyyu alhameedu (al-Mumtaḥanah 60:6)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
निश्चय ही तुम्हारे लिए उनमें अच्छा आदर्श है और हर उस व्यक्ति के लिए जो अल्लाह और अंतिम दिन की आशा रखता हो। और जो कोई मुँह फेरे तो अल्लाह तो निस्पृह, अपने आप में स्वयं प्रशंसित है
English Sahih:
There has certainly been for you in them an excellent pattern for anyone whose hope is in Allah and the Last Day. And whoever turns away – then indeed, Allah is the Free of need, the Praiseworthy. ([60] Al-Mumtahanah : 6)