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وَلَوْ جَعَلْنٰهُ مَلَكًا لَّجَعَلْنٰهُ رَجُلًا وَّلَلَبَسْنَا عَلَيْهِمْ مَّا يَلْبِسُوْنَ   ( الأنعام: ٩ )

And if
وَلَوْ
और अगर
We had made him
جَعَلْنَٰهُ
बनाते हम उसे
an Angel
مَلَكًا
एक फ़रिश्ता
certainly We (would) have made him
لَّجَعَلْنَٰهُ
अलबत्ता बनाते हम उसे
a man
رَجُلًا
आदमी ही
and certainly We (would) have obscured
وَلَلَبَسْنَا
और अलबत्ता मुशतबा कर देते हम
to them
عَلَيْهِم
उन पर
what
مَّا
जो
they are obscuring
يَلْبِسُونَ
वो शुबह करते हैं

Walaw ja'alnahu malakan laja'alnahu rajulan walalabasna 'alayhim ma yalbisoona (al-ʾAnʿām 6:9)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

यह बात भी है कि यदि हम उसे (नबी को) फ़रिश्ता बना देते तो उसे आदमी ही (के रूप का) बनाते। इस प्रकार उन्हें उसी सन्देह में डाल देते, जिस सन्देह में वे इस समय पड़े हुए है

English Sahih:

And if We had made him [i.e., the messenger] an angel, We would have made him [appear as] a man, and We would have covered them with that in which they cover themselves [i.e., confusion and doubt]. ([6] Al-An'am : 9)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और अगर हम फरिश्ते को नबी बनाते तो (आख़िर) उसको भी मर्द सूरत बनाते और जो शुबहे ये लोग कर रहे हैं वही शुबहे (गोया) हम ख़ुद उन पर (उस वक्त भी) उठा देते