وَهُوَ الَّذِيْ يَتَوَفّٰىكُمْ بِالَّيْلِ وَيَعْلَمُ مَا جَرَحْتُمْ بِالنَّهَارِ ثُمَّ يَبْعَثُكُمْ فِيْهِ لِيُقْضٰٓى اَجَلٌ مُّسَمًّىۚ ثُمَّ اِلَيْهِ مَرْجِعُكُمْ ثُمَّ يُنَبِّئُكُمْ بِمَا كُنْتُمْ تَعْمَلُوْنَ ࣖ ( الأنعام: ٦٠ )
Wahuwa allathee yatawaffakum biallayli waya'lamu ma jarahtum bialnnahari thumma yab'athukum feehi liyuqda ajalun musamman thumma ilayhi marji'ukum thumma yunabbiokum bima kuntum ta'maloona (al-ʾAnʿām 6:60)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और वही है जो रात को तुम्हें मौत देता है और दिन में जो कुछ तुमने किया उसे जानता है। फिर वह इसलिए तुम्हें उठाता है, ताकि निश्चित अवधि पूरा हो जाए; फिर उसी की ओर तुम्हें लौटना है, फिर वह तुम्हें बता देगा जो कुछ तुम करते रहे हो
English Sahih:
And it is He who takes your souls by night and knows what you have committed by day. Then He revives you therein [i.e., by day] that a specified term may be fulfilled. Then to Him will be your return; then He will inform you about what you used to do. ([6] Al-An'am : 60)
1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi
वह वही (ख़ुदा) है जो तुम्हें रात को (नींद में एक तरह पर दुनिया से) उठा लेता हे और जो कुछ तूने दिन को किया है जानता है फिर तुम्हें दिन को उठा कर खड़ा करता है ताकि (ज़िन्दगी की) (वह) मियाद जो (उसके इल्म में) मुअय्युन है पूरी की जाए फिर (तो आख़िर) तुम सबको उसी की तरफ लौटना है फिर जो कुछ तुम (दुनिया में भला बुरा) करते हो तुम्हें बता देगा