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وَالَّذِيْنَ كَذَّبُوْا بِاٰيٰتِنَا صُمٌّ وَّبُكْمٌ فِى الظُّلُمٰتِۗ مَنْ يَّشَاِ اللّٰهُ يُضْلِلْهُ وَمَنْ يَّشَأْ يَجْعَلْهُ عَلٰى صِرَاطٍ مُّسْتَقِيْمٍ   ( الأنعام: ٣٩ )

And those who
وَٱلَّذِينَ
और वो जिन्होंने
rejected
كَذَّبُوا۟
झुठलाया
Our Verses
بِـَٔايَٰتِنَا
हमारी आयात को
(are) deaf
صُمٌّ
बहरे
and dumb
وَبُكْمٌ
और गूँगे हैं
in
فِى
अँधेरों में हैं
the darkness[es]
ٱلظُّلُمَٰتِۗ
अँधेरों में हैं
Whoever
مَن
जिसको
wills
يَشَإِ
चाहता है
Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह
He lets him go astray
يُضْلِلْهُ
भटका देता है उसे
and whoever
وَمَن
और जिसको
He wills
يَشَأْ
वो चाहता है
He places him
يَجْعَلْهُ
वो कर देता है उसे
on
عَلَىٰ
ऊपर रास्ते
(the) way
صِرَٰطٍ
ऊपर रास्ते
(the) straight
مُّسْتَقِيمٍ
सीधे के

Waallatheena kaththaboo biayatina summun wabukmun fee alththulumati man yashai Allahu yudlilhu waman yasha yaj'alhu 'ala siratin mustaqeemin (al-ʾAnʿām 6:39)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

जिन लोगों ने हमारी आयतों को झुठलाया, वे बहरे और गूँगे है, अँधेरों में पड़े हुए हैं। अल्लाह जिसे चाहे भटकने दे और जिसे चाहे सीधे मार्ग पर लगा दे

English Sahih:

But those who deny Our verses are deaf and dumb within darknesses. Whomever Allah wills – He sends astray; and whomever He wills – He puts him on a straight path. ([6] Al-An'am : 39)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और जिन लोगों ने हमारी आयतों को झुठला दिया गोया वह (कुफ्र के घटाटोप) ऍधेरों में गूंगें बहरे (पड़े हैं) ख़ुदा जिसे चाहे उसे गुमराही में छोड़ दे और जिसे चाहे उसे सीधे ढर्रे पर लगा दे