Skip to main content

هُوَ الَّذِيْ خَلَقَكُمْ مِّنْ طِيْنٍ ثُمَّ قَضٰٓى اَجَلًا ۗوَاَجَلٌ مُّسَمًّى عِنْدَهٗ ثُمَّ اَنْتُمْ تَمْتَرُوْنَ   ( الأنعام: ٢ )

He
هُوَ
वो ही है
(is) the One Who
ٱلَّذِى
जिसने
created you
خَلَقَكُم
पैदा किया तुम्हें
from
مِّن
मिट्टी से
clay
طِينٍ
मिट्टी से
then
ثُمَّ
फिर
He decreed
قَضَىٰٓ
उस ने मुक़र्रर की
a term -
أَجَلًاۖ
एक मुद्दत
and a term
وَأَجَلٌ
और एक (और) मुद्दत
specified
مُّسَمًّى
मुक़र्रर है
with Him
عِندَهُۥۖ
उसके यहाँ
yet
ثُمَّ
फिर (भी)
you
أَنتُمْ
तुम
doubt
تَمْتَرُونَ
तुम शक करते हो

Huwa allathee khalaqakum min teenin thumma qada ajalan waajalun musamman 'indahu thumma antum tamtaroona (al-ʾAnʿām 6:2)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

वही है जिसने तुम्हें मिट्टी से पैदा किया, फिर (जीवन की) एक अवधि निश्चित कर दी और उसके यहाँ (क़ियामत की) एक अवधि और निश्चित है; फिर भी तुम संदेह करते हो!

English Sahih:

It is He who created you from clay and then decreed a term and a specified time [known] to Him; then [still] you are in dispute. ([6] Al-An'am : 2)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

वह तो वही ख़ुदा है जिसने तुमको मिट्टी से पैदा किया फिर (फिर तुम्हारे मरने का) एक वक्त मुक़र्रर कर दिया और (अगरचे तुमको मालूम नहीं मगर) उसके नज़दीक (क़यामत) का वक्त मुक़र्रर है