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قُلْ اِنَّ صَلَاتِيْ وَنُسُكِيْ وَمَحْيَايَ وَمَمَاتِيْ لِلّٰهِ رَبِّ الْعٰلَمِيْنَۙ  ( الأنعام: ١٦٢ )

Say
قُلْ
कह दीजिए
"Indeed
إِنَّ
बेशक
my prayer
صَلَاتِى
मेरी नमाज़
and my rites of sacrifice
وَنُسُكِى
और मेरी क़ुर्बानी
and my living
وَمَحْيَاىَ
और मेरा जीना
and my dying
وَمَمَاتِى
और मेरा मरना
(are) for Allah
لِلَّهِ
अल्लाह ही के लिए है
Lord
رَبِّ
जो रब है
(of) the worlds
ٱلْعَٰلَمِينَ
तमाम जहानों का

Qul inna salatee wanusukee wamahyaya wamamatee lillahi rabbi al'alameena (al-ʾAnʿām 6:162)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

कहो, 'मेरी नमाज़ और मेरी क़ुरबानी और मेरा जीना और मेरा मरना सब अल्लाह के लिए है, जो सारे संसार का रब है

English Sahih:

Say, "Indeed, my prayer, my rites of sacrifice, my living and my dying are for Allah, Lord of the worlds. ([6] Al-An'am : 162)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(ऐ रसूल) तुम उन लोगों से कह दो कि मेरी नमाज़ मेरी इबादत मेरा जीना मेरा मरना सब ख़ुदा ही के वास्ते है जो सारे जहाँ का परवरदिगार है