مَنْ جَاۤءَ بِالْحَسَنَةِ فَلَهٗ عَشْرُ اَمْثَالِهَا ۚوَمَنْ جَاۤءَ بِالسَّيِّئَةِ فَلَا يُجْزٰٓى اِلَّا مِثْلَهَا وَهُمْ لَا يُظْلَمُوْنَ ( الأنعام: ١٦٠ )
Whoever
مَن
जो कोई
came
جَآءَ
लाया
with a good deed
بِٱلْحَسَنَةِ
नेकी को
then for him
فَلَهُۥ
तो उसके लिए
(is) ten (times)
عَشْرُ
दस हैं
the like of it
أَمْثَالِهَاۖ
मिसल उसके
And whoever
وَمَن
और जो कोई
came
جَآءَ
लाया
with an evil deed
بِٱلسَّيِّئَةِ
बुराई को
then not
فَلَا
तो ना
he will be recompensed
يُجْزَىٰٓ
वो बदला दिया जाएगा
except
إِلَّا
मगर
the like of it
مِثْلَهَا
मानिन्द उसी के
and they
وَهُمْ
और वो
will not
لَا
ना वो ज़ुल्म किए जाऐंगे
(be) wronged
يُظْلَمُونَ
ना वो ज़ुल्म किए जाऐंगे
Man jaa bialhasanati falahu 'ashru amthaliha waman jaa bialssayyiati fala yujza illa mithlaha wahum la yuthlamoona (al-ʾAnʿām 6:160)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
जो कोई अच्छा चरित्र लेकर आएगा उसे उसका दस गुना बदला मिलेगा और जो व्यक्ति बुरा चरित्र लेकर आएगा, उसे उसका बस उतना ही बदला मिलेगा, उनके साथ कोई अन्याय न होगा
English Sahih:
Whoever comes [on the Day of Judgement] with a good deed will have ten times the like thereof [to his credit], and whoever comes with an evil deed will not be recompensed except the like thereof; and they will not be wronged. ([6] Al-An'am : 160)