لَاَنْتُمْ اَشَدُّ رَهْبَةً فِيْ صُدُوْرِهِمْ مِّنَ اللّٰهِ ۗذٰلِكَ بِاَنَّهُمْ قَوْمٌ لَّا يَفْقَهُوْنَ ( الحشر: ١٣ )
Certainly you(r)
لَأَنتُمْ
अलबत्ता तुम
(are) more intense
أَشَدُّ
ज़्यादा सख़्त हो
(in) fear
رَهْبَةً
रोब में
in
فِى
उनके सीनों में
their breasts
صُدُورِهِم
उनके सीनों में
than
مِّنَ
अल्लाह से (बढ़) कर
Allah
ٱللَّهِۚ
अल्लाह से (बढ़) कर
That
ذَٰلِكَ
ये
(is) because they
بِأَنَّهُمْ
बवजह उसके कि वो
(are) a people
قَوْمٌ
एक क़ौम हैं
(who do) not
لَّا
नहीं वो समझते
understand
يَفْقَهُونَ
नहीं वो समझते
Laantum ashaddu rahbatan fee sudoorihim mina Allahi thalika biannahum qawmun la yafqahoona (al-Ḥašr 59:13)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
उनके दिलों में अल्लाह से बढ़कर तुम्हारा भय समाया हुआ है। यह इसलिए कि वे ऐसे लोग है जो समझते नहीं
English Sahih:
You [believers] are more fearful within their breasts than Allah. That is because they are a people who do not understand. ([59] Al-Hashr : 13)