سَبَّحَ لِلّٰهِ مَا فِى السَّمٰوٰتِ وَمَا فِى الْاَرْضِۚ وَهُوَ الْعَزِيْزُ الْحَكِيْمُ ( الحشر: ١ )
Glorifies
سَبَّحَ
तस्बीह की है
[to] Allah
لِلَّهِ
अल्लाह के लिए
whatever
مَا
उस चीज़ ने जो
(is) in
فِى
आसमानों में है
the heavens
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों में है
and whatever
وَمَا
और जो
(is) in
فِى
ज़मीन में है
the earth
ٱلْأَرْضِۖ
ज़मीन में है
And He
وَهُوَ
और वो ही है
(is) the All-Mighty
ٱلْعَزِيزُ
बहुत ज़बरदस्त
the All-Wise
ٱلْحَكِيمُ
ख़ूब हिकमत वाला
Sabbaha lillahi ma fee alssamawati wama fee alardi wahuwa al'azeezu alhakeemu (al-Ḥašr 59:1)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
अल्लाह की तसबीह की है हर उस चीज़ ने जो आकाशों और धरती में है, और वही प्रभुत्वशाली, तत्वदर्शी है
English Sahih:
Whatever is in the heavens and whatever is on the earth exalts Allah, and He is the Exalted in Might, the Wise. ([59] Al-Hashr : 1)