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هُوَ الَّذِيْ يُنَزِّلُ عَلٰى عَبْدِهٖٓ اٰيٰتٍۢ بَيِّنٰتٍ لِّيُخْرِجَكُمْ مِّنَ الظُّلُمٰتِ اِلَى النُّوْرِۗ وَاِنَّ اللّٰهَ بِكُمْ لَرَءُوْفٌ رَّحِيْمٌ   ( الحديد: ٩ )

He
هُوَ
वो ही है
(is) the One Who
ٱلَّذِى
जो
sends down
يُنَزِّلُ
नाज़िल करता है
upon
عَلَىٰ
अपने बन्दे पर
His slave
عَبْدِهِۦٓ
अपने बन्दे पर
Verses
ءَايَٰتٍۭ
आयात
clear
بَيِّنَٰتٍ
वाज़ेह
that He may bring you out
لِّيُخْرِجَكُم
ताकि वो निकाले तुम्हें
from
مِّنَ
अंधेरों से
the darkness[es]
ٱلظُّلُمَٰتِ
अंधेरों से
into
إِلَى
तरफ़ रौशनी के
the light
ٱلنُّورِۚ
तरफ़ रौशनी के
And indeed
وَإِنَّ
और बेशक
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह
to you
بِكُمْ
तुम पर
(is the) Most Kind
لَرَءُوفٌ
अलबत्ता बहुत शफ़्क़त करने वाला है
(the) Most Merciful
رَّحِيمٌ
निहायत रहम करने वाला है

Huwa allathee yunazzilu 'ala 'abdihi ayatin bayyinatin liyukhrijakum mina alththulumati ila alnnoori wainna Allaha bikum laraoofun raheemun (al-Ḥadīd 57:9)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

वही है जो अपने बन्दों पर स्पष्ट आयतें उतार रहा है, ताकि वह तुम्हें अंधकारों से प्रकाश की ओर ले आए। और वास्तविकता यह है कि अल्लाह तुमपर अत्यन्त करुणामय, दयावान है

English Sahih:

It is He who sends down upon His Servant [Muhammad (^)] verses of clear evidence that He may bring you out from darknesses into the light. And indeed, Allah is to you Kind and Merciful. ([57] Al-Hadid : 9)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

वही तो है जो अपने बन्दे (मोहम्मद) पर वाज़ेए व रौशन आयतें नाज़िल करता है ताकि तुम लोगों को (कुफ़्र की) तारिक़ीयों से निकाल कर (ईमान की) रौशनी में ले जाए और बेशक ख़ुदा तुम पर बड़ा मेहरबान और निहायत रहम वाला है