اٰمِنُوْا بِاللّٰهِ وَرَسُوْلِهٖ وَاَنْفِقُوْا مِمَّا جَعَلَكُمْ مُّسْتَخْلَفِيْنَ فِيْهِۗ فَالَّذِيْنَ اٰمَنُوْا مِنْكُمْ وَاَنْفَقُوْا لَهُمْ اَجْرٌ كَبِيْرٌ ( الحديد: ٧ )
Believe
ءَامِنُوا۟
ईमान लाओ
in Allah
بِٱللَّهِ
अल्लाह पर
and His Messenger
وَرَسُولِهِۦ
और उसके रसूल पर
and spend
وَأَنفِقُوا۟
और ख़र्च करो
of what
مِمَّا
उससे जो
He has made you
جَعَلَكُم
उसने बनाया तुम्हें
trustees
مُّسْتَخْلَفِينَ
जानशीन
therein
فِيهِۖ
उस(माल) में
And those
فَٱلَّذِينَ
तो वो लोग जो
who believe
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए
among you
مِنكُمْ
तुम में से
and spend
وَأَنفَقُوا۟
और उन्होंने ख़र्च किया
for them
لَهُمْ
उनके लिए
(is) a reward
أَجْرٌ
अजर है
great
كَبِيرٌ
बहुत बड़ा
Aminoo biAllahi warasoolihi waanfiqoo mimma ja'alakum mustakhlafeena feehi faallatheena amanoo minkum waanfaqoo lahum ajrun kabeerun (al-Ḥadīd 57:7)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
ईमान लाओ अल्लाह और उसके रसूल पर और उसमें से ख़र्च करो जिसका उसने तु्म्हें अधिकारी बनाया है। तो तुममें से जो लोग ईमान लाए और उन्होंने ख़र्च किया, उसने लिए बड़ा प्रतिदान है
English Sahih:
Believe in Allah and His Messenger and spend out of that in which He has made you successive inheritors. For those who have believed among you and spent, there will be a great reward. ([57] Al-Hadid : 7)