وَلَقَدْ اَرْسَلْنَا نُوْحًا وَّاِبْرٰهِيْمَ وَجَعَلْنَا فِيْ ذُرِّيَّتِهِمَا النُّبُوَّةَ وَالْكِتٰبَ فَمِنْهُمْ مُّهْتَدٍۚ وَكَثِيْرٌ مِّنْهُمْ فٰسِقُوْنَ ( الحديد: ٢٦ )
And certainly
وَلَقَدْ
और अलबत्ता तहक़ीक़
We sent
أَرْسَلْنَا
भेजा हमने
Nuh
نُوحًا
नूह
and Ibrahim
وَإِبْرَٰهِيمَ
और इब्राहीम को
and We placed
وَجَعَلْنَا
और रखी हमने
in
فِى
उन दोनों की औलाद में
their offspring
ذُرِّيَّتِهِمَا
उन दोनों की औलाद में
Prophethood
ٱلنُّبُوَّةَ
नुबूव्वत
and the Scripture;
وَٱلْكِتَٰبَۖ
और किताब
and among them
فَمِنْهُم
तो कुछ उनमें से
(is) a guided one
مُّهْتَدٍۖ
हिदायत याफ़्ता हैं
but most
وَكَثِيرٌ
और अक्सर
of them
مِّنْهُمْ
उनमें से
(are) defiantly disobediently
فَٰسِقُونَ
फ़ासिक़ हैं
Walaqad arsalna noohan waibraheema waja'alna fee thurriyyatihima alnnubuwwata waalkitaba faminhum muhtadin wakatheerun minhum fasiqoona (al-Ḥadīd 57:26)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
हमने नूह और इबराहीम को भेजा और उन दोनों की सन्तान में पैग़म्बरी और क़िताब रख दी। फिर उनमें से किसी ने तो संमार्ग अपनाया; किन्तु उनमें से अधिकतर अवज्ञाकारी थे
English Sahih:
And We have already sent Noah and Abraham and placed in their descendants prophethood and scripture; and among them is he who is guided, but many of them are defiantly disobedient. ([57] Al-Hadid : 26)